कर्मवीर,
रांची: मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा है कि झारखंड में निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और पारदर्शी तरीके से चुनाव कराने के लिए प्रभावी तंत्र की स्थापना की गई है. अपने दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन गुरुवार को रांची में पत्रकारों से बातचीत में सुनील अरोड़ा ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग राज्य में शांतिपूर्ण चुनाव के लिए अनुकूल वातावरण सुनिश्चित करने पर विशेष बल दे रहा है.
वहीं आयोग ने चुनावी मशीनरी को निर्देश दिया है, कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान प्रभावी निगरानी और सतर्कता बरती जाए. आयोग ने जिला निर्वाचन पदाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को कानून व्यवस्था की स्थिति पर विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया है.
इस संबंध में अतिरिक्त केंद्रीय सुरक्षा बल की भी तैनाती की जाएगी. निर्धारित मानदंडों के अनुसार आयोग द्वारा चुनाव की गहन निष्पक्ष निगरानी के लिए जनरल पर्यवेक्षक व पर्यवेक्षक, पुलिस पर्यवेक्षक और माइक्रो ऑब्जर्वर की नियुक्ति की गई है.
धन के दुरुपयोग पर आयोग की कड़ी नजर-
व्यय संबंधी मामलों की निगरानी के लिए आयोग ने विशेष व्यय पर्यवेक्षक बी. मुरली कुमार को तैनात किया है. बी. मुरली कुमार तमिलनाडु और पुडुचेरी के प्रधान महानिदेशक आईटी जांच के रूप में सेवानिवृत्त हुए हैं. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और आयकर विभाग के साथ मिलकर ऐसे क्षेत्रों की पहचान की जा रही है, जहां से इस तरह की शिकायतें आ रही हैं.
पोस्टल मतदान प्रक्रिया प्रभावी हो-
आयोग ने मुख्य चुनाव अधिकारी को पोस्टल मतदान की प्रक्रिया को प्रभावी रूप से निगरानी के निर्देश दिए हैं. आयोग ने सेवा मतदाताओं के मताधिकार में भागीदारी को सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है. इसके अलावे 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक और चिन्हित दिव्यांग मतदाताओं के लिए डाक मतपत्र की प्रक्रिया को सरल करने का निर्देश दिया गया है.
ईवीएम और वीवीपैट की व्यवस्था सभी मतदान केंद्रों पर-
विधानसभा चुनाव में पहली बार 29,464 मतदान केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के साथ वीवीपैट का इस्तेमाल किया जाएगा. इस संबंध में अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं.
आयोग को पूर्ण विश्वास है कि ईवीएम और वीवीपैट मशीन सुरक्षित है और सभी मापदंडों पर प्रभावी हुई है. आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि सभी मतदान केंद्रों पर आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जाए.
आयोग ने मुख्य सचिव को चुनाव ड्यूटी में लगाए गए अधिकारियों और कर्मचारियों के स्थानांतरण नीति पर आयोग के दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है.
संवाददाता सम्मेलन के दौरान निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा, निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्र, उप निर्वाचन आयुक्त सुदीप जैन, उप निर्वाचन आयुक्त चंद्र भूषण कुमार, डीजे आईआईडीएम धर्मेंद्र शर्मा, डीजे इलेक्शन एक्सपेंडिचर दिलीप शर्मा, डीजी कम्युनिकेशन धीरेंद्र ओझा, एडीजीपीआई सेफाली, 20 रन सचिव अरविंद आनंद के साथ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे, एडीजी एम. एल. मीणा, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी शैलेश चौरसिया उपस्थित थे.