रांची: प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झारखंड सरकार लौट रहे प्रवासी मजदूरों के स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह है. एक तरफ अस्पताल में गलत केमिकल का इस्तेमाल करने के कारण काफी मजदूरों को क्वारंटाइन का मोहर लगाने पर फोड़े निकल गए और त्वचा भी झुलस गई.
दूसरी तरफ वेल्लोर से लौटे मजदूरों और मरीजों के पूरे शरीर पर हटिया स्टेशन में सैनिटाइजर स्प्रे किया गया जो भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के मापदंडों के खिलाफ है.
प्रतुल ने कहा कि ‘सैनिटाइजर केबिन और टनल’ में साबुन और केमिकल का ऐसा मिश्रण होता है कि उससे किसी व्यक्ति को कोई नुकसान नही होता है. लेकिन जिस सैनिटाइजर से लोगों को हटिया रेलवे स्टेशन पर स्प्रे किया गया. वह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मानकों के बिलकुल खिलाफ है.
प्रतुल ने कहा कि अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी माना है की ज्यादतर मरीजों में शुरुवात में कोरोना के लक्षण नहीं दिखते हैं. सिर्फ प्रारम्भिक स्क्रीनिंग कर भेज देना काफी नही है. राज्य सरकार वाह वाही लूटने की हड़बड़ी में मजदूरों की जान सांसत में डाल रही है.