रांची :- बड़कागांव में एनटीपीसी के पंकरी बरवाडीह कोल परियोजना में बारह सूत्री मांगों को लेकर प्रोजेक्ट बिल्डिंग में बीस जुलाई को त्रिस्तरीय वार्ता हुई. वार्ता के दौरान सरकार के वरीय अधिकारियों ने त्रिवेणी सैनिक माइनिंग कंपनी को पार्टी मानने से इनकार कर दिया.
साथ ही सरकार ने एनटीपीसी के अधिकारियों को सख्त हिदायत दिया की अगर त्रिवेणी कोई गलती करती है उसका खामियाजा एनटीपीसी को उठाना पड़ेगा उसकी सारी जिम्मेवारी आपकी है.
दरअसल यह स्तिथि तब उतपन्न हुई जब त्रिस्तरीय वार्ता के दौरान एनटीपीसी से ज्यादा त्रिवेणी सैनिक के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा और शिकायत सामने आया .
इसपर एनटीपीसी की ओर से मौजूद अधिकारियों ने त्रिवेणी सैनिक के पल्ले झाड़ निकलने का प्रयास किया .
इसपर बैठक में एक अधिकारी ने स्पष्ट कहा कि सरकार एनटीपीसी को जानती है किसी अन्य को नही .
अगर कोई गलती पाई जाती है तो मुकदमा आपके ऊपर होगा .
बैठक में ग्रामीणों ने त्रिवेणी के खिलाफ उसकी मनमानियों की लंबी फेहरिस्त रखी जैसे लोगों को धमकाना,फर्जी मुकदमे करवाना,जबरन जमीन कब्जा करना,नदी-तालाब भरना,उसे प्रदूषित करना,खेती में ओबी डंप करना आदि कई शिकायतें की गई . इसके अलावे वनाधिकार,भूमि अधिग्रहण 2013 को लागू करने,स्थानीय को रोजगार आदि समस्या मूल रूप से उभर कर सामने आई .
बैठक में इस बात की सहमति बनी की एक उच्च स्तरीय कमिटी बनाकर एक माह में उसकी रिपोर्ट सरकार को दी जाएगी ।जिसमें हज़ारीबाग़ कमिश्नर,उपायुक्त, विधायक और एनटीपीसी के ईडी रहेंगे . सरकार की तरफ से इस संबंध में 22 जुलाई को अधिसूचना जारी कर दी गई है.