रांचीः रांची में राज्य भर की लगभग 1 हजार से ज्यादा रोसइया जमा हैं. मोरहाबादी मैदान से कांके रोड तक हर चौक पुलिस की तैनाती के साथ घेराबंदी की गई है. इन्हें राजभवन स्थित जाकिर हुसैन पार्क तक जाने की अनुमति दी गई है. अपनी 15 सूत्री मांगों को लेकर रांची पहुंचे रसोइयों की मुख्य मांग है कि झारखंड में भी केरल की तर्ज पर रसोइयों का मानदेय लागू किया जाए. सभी रसोइया व संयोजिकाओं को 400 रुपए प्रतिदिन मजदूरी लागू किया जाए. रसोइया संघ के प्रदेश अध्यक्ष अजीत प्रजापति ने बताया कि पिछले 16 वर्षो से रसोइया व संयोजिका सरकारी स्कूलों में सरसोइया का काम करते आ रही हैं. रसोइया को जहां आज भी मात्र 42 रुपए भुगातन किया जा रहा है. वहीं संयोजिका से मुफ्त में काम लिया जा रहा है. रसोइया संघ रसोइया के लिए न्यूनतम वेतन मान लागू करने की मांग कर रहे हैं.
क्य है मुख्य मांगें
- संयोजिकाओं को भी रसोइया की तरह मानदेय लागू किया जाए.
- वर्षों से काम कर रही रसोइया-संयोजिका को नियुक्ति पत्र जारी कर स्थायी किया जाए.
- रसोइया का मानदेय 10 माह की जगह 12 माह के लिए किया जाए.
- विद्यालय के मध्याह्न भोजन के संचालन व सामान की खरीदारी करने जिम्मेदारी नियमानुसार संयोजिका को दी जाए.
- 8 महीने से रसोइयों के बकाया मानदेय का भुगतान किया जाए.