बिहार:- बिहार में भाजपा की 11 जीती सीटों का सेहरा झारखंड भाजपा के माथे बंधा है. ये सीटें बिहपुर, कहलगांव, पीरपैंती, वजीरगंज, वारसलीगंज, मुंगेर, बांका, कटोरिया, जमुई और लखीसराय हैं. झारखंड की सीमावर्ती इन 11 सीटों पर चुनाव प्रबंधन की जिम्मेवारी केंद्रीय नेतृत्व ने झारखंड भाजपा को सौंपी थी. झारखंड के प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल के नेतृत्व में प्रदेश के दौ सौ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने लगभग दो महीने इन सीटों पर कैंप किया. झारखंड भाजपा के कद्दावर नेता बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा और रघुवर दास ने भी अलग-अलग सीटों पर लगातार दौरा किया.
केंद्रीय नेतृत्व की ओर से झारखंड भाजपा को बिहार की 19 सीटों पर जीत की रणनीति तैयार करने की जिम्मेवारी दी गई थी.
भाजपा इनमें से आठ सीटें हार गईं. ये भागलपुर, गुरुआ, बोधगया, हिसुआ, रजौली, औरंगाबाद, गोह और अरवल हैं. फिर भी जीती गई सीटों का प्रतिशत अच्छा रहने के कारण केंद्रीय नेतृत्व नें झारखंड भाजपा को वाहवाही दी है. इन सीटों पर सामाजिक संतुलन साधने से लेकर स्थानीय चुनावी प्रबंधन और प्रभावकारी तत्वों के पहचान का जिम्मा झारखंड भाजपा को दिया गया था. किसी खास सामाजिक समीकरण वाले समर्थकों के नाराज होने की स्थिति में झारखंड के किसी वरिष्ठ नेता को बुलाकर उन्हें बिहार में समझाइश देने का टास्क सौंपा गया.