सीमित संसाधन से कोरोना संघर्ष में मिली सफलता
रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि प्रति 10 लाख की आबादी में में 65 हजार कोविड टेस्टिंग के साथ ना सिर्फ झारखंड राष्ट्रीय औसत से काफी आगे, बल्कि देश के बड़े बिकसित राज्यों के मुकाबले भी काफी आगे हैं.
हेमंत सोरेन ने सोमवार को सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि कुल टेस्टिंग में भी झारखंड लगभग 24 लाख टेस्टिंग के साथ मध्य प्रदेश, हरियाणा समेत देश के अन्य राज्यों के मुकाबले भी काफी आगे हैं.
उन्होंने बताया कि 86 प्रतिशत से अधिक रिकवरी एवं 0.85 प्रतिशत मृत्यु दर राज्य के कोरोना वॉरियर्स के अथक मेहनत का परिणाम है. झारखंड अपने सीमित संसाधनों और आप झारखंडियों के सहयोग से धीरे-धीरे कोरोना से संघर्ष में सफलता की ओर बढ़ रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना का खतरा अभी लगातार बना हुआ है, इसलिए मास्क अनिवार्य रूप से पहने एवं सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पूरा पालन करें. ऐसा ना करने वाले लोग अपने साथ-साथ अपनों को भी खतरे में डाल रहे हैं.
इधर, राज्य में पिछले 24 घंटे में 933 नये कोरोना संक्रमित मरीज मिले है, इसके साथ ही राज्य में कोविड-19 पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 87210 हो गयी है. इस दौरान 9 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गयी. सूबे में अब तक 743 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गयी है.
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेश में अब तक 75531 लोगों ने कोरोना को मात देने में सफलता हासिल की है. स्वस्थ होने वाले 907 लोगों को आज अस्पताल से छुट्टी मिली. वहीं 10939 सक्रिय मरीजों का इलाज अब भी विभिन्न कोविड-19 वार्ड में चल रहा है. राज्य में अब तक 23 लाख 94 हजार 406 सैंपल की जांच हो चुकी है.
राज्य में पिछले 24 घंटे की अवधि सबसे अधिक रांची से 374 नये कोरोना संक्रमित मिले, जबकि पूर्वी सिंहभूम जिले में 74, बोकारो में 49, चतरा से 09, देवघर में 30, धनबाद में 55, दुमका में 10, गढ़वा में 14, गिरिडीह में 18, गोड्डा में 32, गुमला में 26, हजारीबाग में 31, जामताड़ा में 18, खूंटी में 17, कोडरमा में 17, लातेहार में 31 , लोहरदगा में 0, पाकुड़ में 6, पलामू में 2, रामगढ़ में 22, साहेबगंज में 10, सरायकेला में 21, सिमडेगा में 5 और पश्चिमी सिंहभूम में 64 नये मरीज मिले है.
वहीं राज्य में स्वस्थ होने वाले मरीजों का दर अब बढ़कर 86.60 प्रतिशत तक जा पहुंचा है, जो राष्ट्रीय औसत 84.10 प्रतिशत से करीब 2.50 प्रतिशत अधिक है. वहीं मृत्यु दर 0.85 प्रतिशत है, यह भी राष्ट्रीय औसत 1.60 प्रतिशत से बेहतर है.