कर्मवीर,
रांचीः झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य के प्रमुख विपक्षी दलों में एका अब तक नहीं बन पाई है. सभी की अपनी डफली- अपनी राग वाली स्थिति है. प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के बीच शीट शेयरिंग को लेकर अब तक कोई ठोस पहल नहीं की गई है. झामुमो ने 2014 के चुनाव में 19 सीटें जीती थीं. 14 सीटों पर पार्टी दूसरे नंबर पर थी. वहीं कांग्रेस ने छह सीटें जीती थीं. कांग्रेस ने पाकुड़, जामताड़ा, जरमुंडी, बरही, बड़कागांव और पांकी विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी. बाद में लोहरदगा और कोलेबिरा विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. कांग्रेस 9 जगहों पर दूसरे स्थान पर रही थी. इसमें बेरमो, धनबाद, झरिया, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, रामगढ़, कांके और खिजरी की सीटें शामिल हैं. वहीं पाकुड़ और जरमुंडी में कांग्रेस और जेएमएम नेक टू नेक थे. इन दोनों जगहों पर कांग्रेस ने जेएमएम को हराकर बाजी मारी थी.
कांग्रेस 16 से अधिक सीटों पर कर सकती है दावा
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस 16 से अधिक सीटों पर दावा कर सकती है. वहीं जेएमएम 32 से अधिक सीटों पर अपना दावा कर सकता है. झामुमो ने कोल्हान में खरसांवां, चक्रधरपुर, मनोहरपुर, चाईबासा, सरायकेला, मझगांव, बहरागोड़ा सीटें जीती थीं. इसके अलावा संताल परगना में बरहेट, लिट्टीपाड़ा, महेशपुर, शिकारीपाड़ा, नाला, जामा सीटें भी पार्टी ने जीत हासिल की थी. मांडू, डुमरी, गोमिया, विशुनपुर, सिल्ली, तोरपा सीटें भी जेएमएम के खाते में गई थीं. 14 सीटों पर जेएमएम दूसरे नंबर पर था.
झाविमो अब तक असमंजस में
जहां तक झाविमो की बात है, तो अभी तक पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने अपना पत्ता नहीं खोला है.पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी ने सारठ, बरकट्ठा, सिमरिया, चंदनकियारी, हटिया, लातेहार, डालटनगंज और पोड़ैयाहाट सीट पर जीत दर्ज की थी. हालांकि बदलते राजनीतिक घटनाक्रम में रणधीर सिंह, जनकी यादव, गणेश गंझू, अमर कुमार बाउरी, नवीन जयसवाल और आलोक चौरसिया ने भाजपा का दामन थाम लिया था. जबकि लातेहार विधायक प्रकाश राम ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री रघुवर दास की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गए. फिलहाल पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव झविमो के इकलौते विधायक बने हुए हैं.