रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा ने झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पार्टी के प्रवक्ता डॉ तनुज खत्री ने झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि 6th जेपीएससी का मामला माननीय उच्च न्यायालय में लंबित है. 4 सितंबर की सुनवाई में कोर्ट ने रिजल्ट के प्रकाशन पर रोक बरकार रखी थी. अगली सुनवाई की तिथि 16 सितंबर निर्धारित है और ऐसे में झारखंड लोक सेवा आयोग ने मेंस (मुख्य परीक्षा) का रिजल्ट प्रकाशित होने से पहले इंटरव्यू की तिथि कल देर शाम अपने वेबसाइट में जारी कर दी है जो कि 20/11/19 से शुरू होगी.
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जेपीएससी में भ्रष्टाचार की है लंबी फेहरिस्त
पहली से लेकर छठी जेपीएससी की सभी परीक्षा बिना विवादों के पूरी नहीं हो सकी है, JPSC-1 और JPSC-2 का मामला अभी भी माननीय सुप्रीम कोर्ट में है. कई मामलों में माननीय न्ययालय ने कड़ी फटकार भी लगाई है.
झामुमो ने सरकार और जेपीएससी से किए हैं पांच सवाल
1. क्या माननीय उच्च न्ययालय से उपर है जेपीएससी ? जो कोर्ट के फैसले से पूर्व ही निर्णय ले रहा है ?2. क्या सरकार को पहले से ज्ञात है कि माननीय कोर्ट का क्या आदेश आएगा ?
3. अगर फैसले जेपीएससी अभ्यार्थियों के पक्ष में आता है तो छठी JPSC की पूरी परीक्षा ही रद्द होगी. ऐसे में इंटरव्यू की तैयारी में जो खर्च होगा उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी?
4. ऐसे कदम से क्या ये प्रतीत नहीं होता कि कुछ खास लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए जल्दबाज़ी में ये निर्णय हुआ ?
5. राज्य सरकार जेपीएससी पर अपनी मंशा स्पष्ठ करें.