रांचीः भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने जामताड़ा में प्रेस वार्ता कर कहा कि संथाल में इस बार भारतीय जनता पार्टी बड़ी जीत की ओर है .
उन्होंने कहा की इस बार सन्थाल से झारखंड मुक्ति मोर्चा का सूपड़ा साफ हो जाएगा.
प्रतुल ने कहा की जिस तरीके से पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोध कांत सहाय ने मुख्यमंत्री के खिलाफ गट्टा पकड़ने जैसे शब्दों का प्रयोग किया.
प्रतुल ने कहा की विवेकहीनता और मर्यादाहीनता की पराकाष्ठा पर पहुंच चुके संकुचित मानसिकता वाले लोग जो कभी सिर्फ किस्मत से ही सही लेकिन गरिमामय पद पर आसीन थे, वे हार की हताशा में यह भूल चुके हैं की मर्यादा किसे कहते हैं.
कैसे कोई विवेकहीन पुरुष राज्य के जनता द्वारा निर्वाचित माननीय मुख्यमंत्री के संबंध में इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग कर सकता है.
मुख्यमंत्री पूरे राज्य का मुख्यमंत्री होता है और उनके खिलाफ ऐसी भाषा का प्रयोग कतई बर्दाश्त नहीं है. जनता वोट की चोट से कांग्रेस को जवाब देगी.
प्रतुल ने कहा की जिस तरीके से झारखंड मुक्ति मोर्चा ने यहां के आदिवासी मूल वासियों को सिर्फ वोट बैंक के रूप में प्रयोग किया, अब जनता इसका जवाब बैलेट के जरिए देगी.
हेमंत व उनकी भाभी सीता सोरेन को हार का मुहं देखना पड़ेगा. संथाल को अपना गढ़ बताकर झामुमो वहां की जनता को ठगने का काम किया है.
उन्होंने कहा कि जब तक ये सत्ता में रहे तब तक जनता को केवल भ्रम में रखा. उन्होंने कहा कि सोरेन परिवार केवल अपना और अपने परिवार का विकास किया.
हेमंत जी बताएं की अपने मुख्यमंत्रित्व काल में कितनी बार संथाल गए. हेमन्त जी को हार का डर सता रहा है. यही वजह है कि हेमंत बरहेट से भी चुनाव लड़ रहे हैं.
लेकिन शायद उन्हें पता नहीं कि जनता इस बार देवर- भाभी के मंसूबों को जान चुकी है. उन्होंने कहा कि सत्ता में रहने के दरम्यान ये परिवार कभी भी आदिवासियों के हित की बात नहीं सोची.
लेकिन हां, आदिवासियों के लिए लंबी-लंबी बातें की, पर उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने का प्रयास भी नहीं किया. केवल आदिवासियों से जमीन कैसे ली जाए, इसपर योजनाएं बनाते रहे.
हमें तो नहीं लगता है कि सत्ता में रहते हुए वे संथाल के लोगों के पास गए. उन्होंने संथाल की जनता के लिए क्या किया है. उन्होंने कहा कि सोरेन परिवार आदिवासियों का इस्तेमाल केवल अपने स्वार्थ के लिए किया है.
अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम किया. ये परिवार केवल जमीन खरीदने में व्यस्त रहा और अपनी तिजोरियां भरते रहें.
उन्होंने कहा कि श्री सोरेन ने संथाल के नाम पर केवल राजनीति की. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मिशन मोड में संथाल के विकास का बीड़ा उठाया.
वह अब तक संथाल की 140 बार से ज्यादा यात्रा कर चुके हैं. संथाल को मेडिकल कॉलेज Aiims की सौगात मिली.
सड़कों का जाल बिछा, सिंचाई की सुविधा बढ़ी, शिक्षा की व्यवस्था में आमूल परिवर्तन आया ,आदिम जनजातियों के लिए विशेष योजनाएं शुरू की गई.
संथाल की जनता अब भाजपा के साथ खड़ी है.
भाजपा के प्रति संथालवासियों का विश्वास बढ़ा है. और यह अंतिम चरण के चुनाव में दिखेगा आज की प्रेस वार्ता में प्रदेश मंत्री श्री मुनेश्वर साहू ,जिला मीडिया प्रभारी अंगभुति झा ,संथाल परगना के मीडिया विभाग के संयोजक श्री ऋषभ तिवारी भी उपस्थित थे.