फलक शमीम
रांची : झारखंड में विधानसभा चुनाव से पूर्व सियासी गलियारे में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रही है, क्योंकि पार्टी के बड़े नेताओं का एक दूसरे पार्टी में छलांग लगाना जारी है। ऐसे में विपक्ष में रह रहे झारखंड विकास मोर्चा के सर पर भी खतरे के बादल साफ देखने को मिल रहे हैं। झारखंड में विधानसभा चुनाव से पूर्व विभिन्न राजनीतिक पार्टियों द्वारा चुनावी तैयारियां तो चल ही रही है लेकिन अंदरूनी मामला यह किसी से छुपा नहीं है इन राजनीतिक पार्टियों में जबरदस्त उथल पुथल और नाराजगी का दौर भी चल रहा है। जिसका सीधा नजारा आज भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में देखने को मिला जहां विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के बड़े नेता सहित सिख समुदाय के अगुआ और सैकड़ों की संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग पार्टी का दामन थामा। और इनके सदस्यता ग्रहण करने के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने सबका स्वागत, धन्यवाद और पार्टी के सिद्धांतों का वर्णन करते हुए भविष्य में बेहतर राजनीति के विश्वास जताए….
लंबे समय से झारखंड विकास मोर्चा से जुड़े और पार्टी के प्रथम पंक्ति के नेता रहे योगेंद्र प्रताप आज खुद अपनी पार्टी को कोसते दिख रहे हैं और अपने को इस कुढ़न से आजाद महसूस कर रहे हैं। इनका कहना है यहां सिर्फ नकारात्मक, दिशा विहीन, लक्ष्य विहीन और सिर फ़ूडववल है, पर अब ऐसे नकारात्मक राजनीति का समय खत्म हो चुका है, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को अपना पुराना घर बताते हुए कहा कि अब बीजेपी में आकर सकारात्मक राजनीति करनी है , मैं भी पार्टी के आदर्श, सिद्धांत और सकारात्मक राजनीति से प्रभावित होकर वापस अपने घर लौट आया हूँ। इस दौरान जेवीएम पार्टी से मुस्लिम समाज का नेतृत्व करने वाले व अल्पसंख्यक मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष रहे मुन्ना मलिक ने जेवीएम की ओर इशारा करते हुए कहा कि पूर्व में पार्टियां मुस्लिमों का वोट बैंक समझती थी सिर्फ भीड़ जुटाने का काम लिया जाता था लेकिन बीजेपी पार्टी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस समाज का विकास हो सकता है । वहीं जेवीएम पार्टी से केंद्रीय कोषाध्यक्ष रहे केके पोद्दार ने भी भारतीय जनता पार्टी के सिद्धांत, विचारधारा और सबका साथ सबका विकास और सबके विश्वास के नारे के साथ पार्टी में अपनी सदस्यता पर खुशी जाहिर की….भारतीय जनता पार्टी के केंद्र और राज्य में बढ़ते कदम से कहीं ना कहीं झारखंड के राजनीतिक पार्टियों में खलबली जरूर है अब कंही ऐसा न हो कि जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी की पार्टी बीजेपी में विलय ना हो जाए ।