नई दिल्ली: अफगानिस्तान के काबुल में एक गुरुद्वारे पर हमले में 27 सिखों की हत्या कर दी गई. खुफिया एजेंसियों ने हमले के सिलसिले में मावलवी अब्दुल्ला, यानी इस्लाम फारूकी और उनके चार साथियों की गिरफ्तारी का दावा किया है.
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि “अफगान एजेंसियों ने पुष्टि की है कि फारूकी को उसके सहयोगियों के साथ गिरफ्तार किया गया है.” हर राय साहिब गुरुद्वारा में आत्मघाती हमला करने वाले ISIS आतंकियों में एक भारतीय भी था. ISIS ने इसका नाम अबू खालिद अल-हिंदी रखा है. हालांकि, उनका असली नाम मुहम्मद मुहसिन है, जो केरल से थे. वह कुछ समय पहले आतंकवादी संगठन ISIS में शामिल हुआ था. आईएसआईएस ने अपनी प्रचार पत्रिका अल-नाबा में मुहम्मद मुहसिन की तस्वीर भी छापी है.
Also Read This: कोरोना की डर से महिला अफसर ने की खुदकुशी
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) के अनुसार अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा निर्देशालय (NDS) जल्द ही विवरण साझा कर रहा है.
भारत के साथ पहले से साझा किए गए इंटेल के अनुसार, फारूकी के लश्कर-ए-तैयबा और हक्कानी नेटवर्क जैसे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों से संबंध है.
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, “फारूकी का मूल नाम अब्दुल्ला उराकजई है. वह POK के (खैबर पख्तूनख्वा) के एक आदिवासी इलाके से ताल्लुक रखता है और ओरकजई जिले के मामोजाई जनजाति से है.
Also Read This: रेलवे का बड़ा फैसला, नहीं मिलेगी अब सीनियर सिटीजन को किराए में छूट