मोकिम अंसारी,
हजारीबाग: सिमरिया प्रखण्ड के शिला इचाक निवासी कलोया देवी अपनी पैर की ईलाज के लिए दर-दर भटक रही है. कलोया के पैर में चिकित्सकों द्वारा ऑपरेशन कर रड़ लगाया गया है. अपनी पैर का इलाज के लिए आस लगा कर जहां विधायक के स्थानीय निवास टंडवा पहुंची .परन्तु किस्मत ने वहां भी साथ नहीं दिया.विधायक के नहीं मिलने से देर शाम सिमरिया चौक पर वापस घर शिला जाने के लिए वाहन के इंतजार में मायूस बैठी थी.
वहीं समाज सेवी आलोक रंजन ने उसके लाचारी को देखते हुए अपने परिचित के निजी वाहन से उसे शिला भेज दिया. कलोया ने तड़पती हुई अपना दुखड़ा बताते हुए तथा आंखों में आसूं लिए कहती है कि हम पत्तल बना कर जीवन बसर कर रहे थे . 12 मार्च 2019 को अपने घर के पास पत्तल बना रहे थे कि गांव के हीं सोबरन राणा के ट्रक्टर ने मुझे धक्का मार दिया जिससे मेरा दाहिना पैर का हड्डी चूर चूर हो गया है. किसी तरह ग्रामीणों के सहयोग से मुझे हजारीबाग सदर हॉस्पिटल ले जाया गया जहां चिकित्सको ने पैर में कई जगह ऑपरेशन कर कई रड़ लगा दिया गया.
वहीं उक्त ट्रक्टर के आज तक ना कोई एफआईआर दर्ज की गई है ना मुझे एक रुपये इलाज के लिए सोबरन राणा खर्च किया. इलाज के लिए कहने पर सोबरन राणा का कहना है कि हम एक रुपये नहीं देंगे जहां जाना है वहा जाओ हमको कुछ नही बिगाड़ सकती हो. गरीबी होने के कारण दुबारा रड़ निकालने के लिए चिकित्सको ने ज्यादा खर्च बताया है. अपनी पैर के इलाज के लिए अब तक कई अफसरों से लेकर विधायक तक फरियाद कर चुकी हूं. लेकिन अभी तक मदद के लिए किसी ने फरियाद नहीं सुनी .
किसी ने कहा था कि विधायक किसुन दास से मिल कर इलाज की फरियाद करना लेकिन उनके स्थानीय निवास टंडवा गयी थी वहां भी उनसे मुलाकात नहीं हुई.