कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में अपराधियों को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर हुए हमले में आठ जवान शहीद हो गए हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर हमले में जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. सीएम योगी ने घटना की रिपोर्ट भी मांगी. इसके साथ ही उन्होंने डीजीपी एचसी अवस्थी को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
वहीं, यूपी डीजीपी एचसी अवस्थी ने कहा कि घायल सैनिकों को बेहतर इलाज मुहैया कराना हमारी प्राथमिकता है. उन्होंने बताया कि फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई है. इसके साथ ही बदमाशों के लिए ऑपरेशन चलाया गया है. एसटीएफ को भी तैनात किया गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 8 पुलिसकर्मियों की शहादत पर, डीजीपी ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता उन लोगों को सर्वोत्तम संभव उपचार प्रदान करना है जो घायल हो गए हैं. विकास दुबे शातिर अपराधी है. हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्हें वे हथियार कहां से मिले जिनके साथ पुलिस टीम पर हमला किया गया था. कानपुर की फोरेंसिक टीम पहले ही मौके पर पहुंच चुकी है. जांच के लिए लखनऊ से फोरेंसिक टीम भी भेजी गई है.
डीजीपी ने जानकारी देते हुए कहा कि अपराधी को पकड़ने गई पुलिस को रोकने के लिए पहले ही जेसीबी आदि लगाकर रास्ता अवरुद्ध कर दिया था. पुलिस पार्टी के पहुंचते ही अपराधियों ने पुलिस टीम पर छतों से फायरिंग शुरू कर दी. इस हमले में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इनमें एक डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्रा, 3 सब-इंस्पेक्टर शामिल हैं. शहीदों में एक एसओ और 4 कांस्टेबल हैं. ये सभी लोग अपराधियों की फायरिंग में शहीद हो गए हैं, जो एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के घटनास्थल पर पहुंचे. एसएसपी और आईजी मौके पर हैं. कानपुर की फोरेंसिक टीम जांच कर रही है. लखनऊ से फॉरेंसिक टीम भी भेजी जा रही है. एसटीएफ को भी लगाया गया है.
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस टीम पर अपराधियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं. इस हमले में डीएसपी देवेंद्र मिश्रा और थाना प्रभारी सहित 8 पुलिसकर्मी मारे गए थे. यह पुलिस टीम हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने के लिए पहुंची थी. खबर पाकर एसएसपी और आईजी मौके पर पहुंच गए हैं. फोरेंसिक टीम भी यहां जांच कर रही है.