नई दिल्लीः विधानसभा में चर्चा के दौरान दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने हिंसा में शहीद हुए हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद देने और एक सदस्य को नौकरी देने का ऐलान किया साथ ही कहा है कि यह दंगा दिल्लीवासियों ने नहीं बल्कि बाहरी और कुछ राजनीतिक लोगों ने फैलाया, जो नफरत की राजनीति करना चाहते हैं.
आज दिल्ली विधानसभा में सीएम ने कहा कि इस हिंसा से सबसे ज्यादा नुकसान दिल्लीवालों का हुआ है और इसलिए उन्हें हिंसा नहीं राजधानी के विकास को चुनना चाहिए.
सीएम ने कहा, ‘दिल्ली के लोगों को अमन चैन पसंद है. यहां दशकों से सभी धर्म व जाति के लोग भाईचारे के साथ रह रहे हैं. हमें दंगे फसाद नहीं चाहिए.
हमें दिल्ली को सुंदर बनाना है.’ केजरीवाल ने आगे कहा, ‘ये हिंसा दिल्ली के आम लोगों ने नहीं की. ये कुछ बाहरी, राजनीतिक, उपद्रवी और असामाजिक तत्वों ने किया.
‘ उन्होंने कहा कि इस हिंसा में हिंदू और मुसलमान दोनों का नुकसान हुआ है और इसलिए हिंसा नहीं बल्कि विकास के रास्ते आगे बढ़ना है.
उन्होंने पुलिस की तारीफ करते हुए केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा, ‘हालांकि, कुछ मामले में ऐसा हुआ जब पुलिस वालों ने यह कहा कि ऊपर से कार्रवाई के आदेश नहीं हैं.’
उन्होंने कहा कि पुलिस वालों ने स्थिति संभालने की पूरी कोशिश की, लेकिन माहौल के अनुसार उनके पास संख्या कम थी.
हालांकि, उन्होंने कहा कि एक दो विडियो ऐसे सामने आए जिसमें पुलिस दंगाइयों की मदद करती दिख रही है और उसकी जांच होनी चाहिए.केजरीवाल ने कहा कि पिछले दो-तीन दिन में जो हम कर सकते थे, हमने किया.
उन्होंने कहा, ‘ पूरी रात मैं जाग रहा था, हमारे साथी भी काम कर रहे थे. हम लोग कोशिश कर रहे थे पुलिस की मदद से फंसे परिवारों को निकाला जाए.
विधायकों ने बहुत कोशिश की. बीजेपी विधायकों से मीटिंग हुई, सब फील्ड में घूम रहे थे. कई जगह एमएलए और कार्यकर्ताओं की कोशिश के कारण दंगे रुके.
सीएम ने दिल्लीवासियों से अपील की कि वे राजधानी का सुनहरा भविष्य बनाने के लिए एकजुट हों. उन्होंने कहा, ‘समय आ गया है कि पूरे देश को कहना है कि बस बहुत हो गया.
नफरत की राजनीत बर्दाश्त नहीं होगा. भाई की भाई से लड़ाने, दंगे कराने की राजनीति नहीं होगी.’ उन्होंने आगे कहा, ‘दंगे के बीच अच्छी तस्वीरें भी सामने आई हैं.
हिंदू इलाके में मुसलमानों को बचाया, मुसलमान इलाके में एक हिंदू परिवार को बचाया. ये दिल्ली वाले ये आम दिल्ली के नागरिक हैं हमारा भविष्य इनसे आगे बढ़ेगा.