केरेडारी/बुंडू: प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत प्रखण्ड मुख्यालय से हिंगवाहि तरवां होते हुए बुंडू गांव तक 20 किलोमीटर सड़क का निर्माण दो चरणों में हुआ था. प्रथम चरण में 2004 में जहां केरेडारी से तरवां के बुंडू रोड तक 12 किलोमीटर वहीं दूसरे चरण में 2010-11 में बुंडू से हेन्दगिर पताल गांव तक 8 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया गया था. लेकिन आज इस सड़क की हालत अत्यंत जर्जर हो चूकी है. सड़क की हालत बद से बदतर हो गई है. इसमें पिच का नमोनिसान तक नहीं है बोल्डर उखड़ गए हैं. मिट्टी निकल आई है. बरसात में लोगों का आवागमन पर विपरीत असर पड़ा है. इस जर्जर सड़क के कारण लोगों को आवागमन में बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बुंडू व पताल केरेडारी प्रखण्ड का सबसे सुदूरवर्ती पंचायत हैं बुंडू व पताल पंचायत के विभिन्न गांव से सैकड़ों ग्रामीण केरेडारी प्रखण्ड मुख्यालय में आवागमन के लिए इसी सड़क का उपयोग कर रहे हैं लेकिन कई स्थानों पर इस सड़क की हालात इतनी ख़राब है की लोगों को अपनी जान जोखिम में डाल कर आवागमन करना पड़ता है. इस मार्ग में एक ओर अकुढ जंगल ऊपर से जर्जर सड़क ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा रखा है.
बुंडू के ग्रामीण डॉ नारायण साव ने बताया की हमलोग इसी जर्जर सड़क से आना जाना करते हैं लेकिन स्थानिय जनप्रतिनिधियों ने सड़क के मरम्मति के लिए अब तक सुध नहीं लिया है. इसी पंचायत के मोहन कुमार ने बताया की यह सड़क बुंडू व पताल के हजारों लोगों की लाइफ लाइन है .रोज लोग आना जाना करते हैं लेकिन अब यह सड़क इतनी ख़राब हो गयी है कि आने-जाने में लोगों को कठिनाई हो रही है. जर्जर सड़क के कारण दुर्घटना की आशंका लगातार बनी रहती है.