देवघर: उपायुक्त नैंसी सहाय द्वारा जानकारी दी गई कि कोरोना वायरस नामक संकट की इस घड़ी में समाज के बेसहारा, जरूरतमंद, दिव्यांग एवं अति गरीब लोगों को हर संभव सुविधा मुहैया कराने हेतु जिला प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं.
इसी कड़ी में आज अक्षय तृतीया के अवसर पर मोहनपुर प्रखंड के सरासनी पंचायत स्थित बलसरा गांव में संचालित मुख्यमंत्री दाल भात केंद्र के माध्यम से लोगों के बीच खीर, पूड़ी, सब्जी आदि का वितरण किया गया. जिससे यहां रहने वाले अधिकांश गरीब तबके के लोग लाभान्वित हुए और उनके चेहरों पर खुशी की झलक देखी गयी.
इस संदर्भ में उपायुक्त ने कहा कि जैसा कि हम सभी जानते हैं कि वर्तमान में लॉकडाउन के वजह से सबसे ज्यादा मजदूर एवं गरीब तबके के लोग प्रभावित हो रहे हैं. ऐसे में इन लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने हेतु अक्षय तृतीया के अवसर पर हमारे द्वारा यह छोटी सी पहल की गयी, ताकि लोग लाभान्वित हो सकें.
उन्होंने आगे कहा कि समय-समय पर आगे भी दाल भात केंद्रो के माध्यम से इस प्रकार की व्यवस्था की जाएगी और हमारा प्रयास होगा कि इससे अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों.
तत्पश्चात उपायुक्त ने कहा कि सभी को भरपेट भोजन उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है. हमारा यह प्रयास है कि जिले में एक भी व्यक्ति भूखा न सोये. इस हेतु झारखण्ड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के माध्यम से सभी पंचायतो में निःशुल्क दीदी किचन का भी संचालन किया जा रहा है एवं इन केन्द्रों के माध्यम से प्रतिदिन हजारों अनाथ, बेसहारा, दिव्यांग, वृद्धजन, गरीब एवं राहगीरों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है.
इसी कड़ी में देवघर जिला के पालोजोरी प्रखंड के मसानजोर पंचायत में दीदी किचन का संचालन करने वाली राधा कृष्ण आजीविका सखी मंडल की महिलाओं द्वारा पर्यावरण के दृष्टिकोण से अनूठा पहल करते हुए गांव के असहाय एवं जरूरतमंदों को खाना परोसने के लिए पलाश के पत्तों से बने पत्तल का उपयोग किया जा रहा है एवं इस हेतु वे स्वयं अपने गांव में पलाश के पत्ते संग्रहित कर पत्तल बना रही हैं, ताकि प्लास्टिक के पत्तल की जगह पत्तियों से घर पर ही बनाए गए पत्तल का उपयोग करने से एक तरफ जहां पैसे बचे, वहीं दूसरी ओर इनका आसानी से निष्पादन भी हो जाये. इससे कोरोना वायरस के संक्रमण से तो बचाव होगा हीं साथ हीं प्लास्टिक के पत्तलों से गांव में होने वाले प्रदूषण में भी कमी आएगी.
इसके अलावे उपायुक्त नैंसी सहाय द्वारा जानकारी दी गई कि इन सभी केंद्रों पर भोजन वितरण के दौरान स्वच्छता व सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से अनुपालन किया जा रहा है एवं भोजन वितरण के दौरान लोगों के बीच कम से कम 3 फीट की दूरी निर्धारित कर उन्हें भोजन कराया जा रहा है, ताकि वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.