ज्योत्सना,
खूंटी: बुंडू इलाके में दुर्गा पूजा के 5 दिन बाद बंगाली समुदाय कोजागरी लक्खी पूजा करते हैं. कोजागरी लक्खी पूजा दुर्गा पूजा और काली पूजा के बीच मनाया जाता है और भगवान से सुख समृद्धि की कामना की जाती है. पूजा को लेकर खास तैयारियां की जाती हैं.
बुंडू तमाड़ के अलग अलग इलाकों में कोजागरी लक्खी माता की आकर्षक प्रतिमा बनाकर भव्य तरीके से पूजा की गयी. मां कोजागरी लक्खी के सामने पूजा की गयी. लगातार दो ढाई घंटे तक कोजागरी लक्खी माता के सामने भक्तगणों ने श्रद्धा और उल्लास के साथ पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की.
इस दिन माता लक्खी की विशेष आरती की जाती है और देवी को अर्पित करने के लिए विभिन्न तरह की मिठाईयां बनायी जाती है. कोजागरी लक्खी पूजा में बंगाली समुदाय पूरे परिवार के साथ शामिल होते हैं. बड़ी संख्या में महिलाएं भक्ति भाव के साथ पूजा में शामिल थीं. परिवार के अन्य सदस्य भी पूजा में पूरा सहयोग करते हैं. देर रात तक माता की पूजा कर आरती उतारी गई और पूजा के बाद भक्तों के बीच प्रसाद भी बांटा गया.