चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अरवा राजकमल के द्वारा जानकारी दी गयी कि जिले के सिविल सर्जन ओम प्रकाश गुप्ता, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी साहिर पॉल सहित जिले के अन्य वरीय चिकित्सक एवं रेलवे अस्पताल के सीएमएस तथा रेलवे के अन्य चिकित्सक की उपस्थिति में जिले के कोविड-19 समर्पित दक्षिण पूर्व रेलवे अस्पताल, चक्रधरपुर का निरीक्षण किया गया है.
उपायुक्त ने बताया कि पूर्व में रेलवे अस्पताल का बेहतर उपयोग किया गया है एवं यहां 06 बेड का आईसीयू यूनिट भी उपलब्ध है. इसी अस्पताल में ज्यादा से ज्यादा व्यक्तियों का इलाज करते हुए अब तक जिले में 57 वायरस संक्रमित व्यक्ति पूर्णरूपेण स्वस्थ होने के उपरांत यहां से अपने घर वापस जा चुके हैं.
उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि जिले में कोविड केयर सेंटर का ज्यादा निर्माण हो ताकि जिले में पर्याप्त बेड की संख्या उपलब्ध रहे. इसी मक़सद से कोविड-19 समर्पित रेलवे अस्पताल को थोड़ा ब्रेक देते हुए पुनः सैनिटाइजेशन और फ्यूमिगेशन एवं पूरे परिसर की बेहतर साफ़-सफ़ाई करते हुए एक बेहतर व्यवस्था के साथ तैयार किया गया है.
उन्होंने बताया कि पाताहातु स्थित डीटीआई कोविड केयर सेंटर में अभी बिना लक्षण वाले कुछ मरीज हैं एवं वैसे मरीज जिन्हें सांस लेने में तकलीफ़ हो रही हो या किसी अन्य बीमारी से पूर्व से ग्रसित हैं या उनकी आयु 70 वर्ष से अधिक है या जांच के दौरान गंभीर मामला ज्ञात होता है तो ऐसे लोगों को यहां से पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन के साथ बात करते हुए टीएमएच अस्पताल रेफर किया जाता है. सम्प्रति ऐसे तीन व्यक्ति वहां इलाजरत हैं.
उपायुक्त ने बताया कि चक्रधरपुर अस्पताल के तैयार होने के उपरांत खूंटपानी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी कोविड-19 केयर सेंटर तैयार किया जाएगा और वहां पर भी ज्यादातर बिना लक्षण वाले वायरस संक्रमित व्यक्तियों का इलाज किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का झारखंड सरकार एवं आईसीएमआर से प्राप्त गाइडलाइन के तहत् उद्देश्य है कि अभी जिले में जितने एक्टिव केस हैं उसके अनुपात में 3 गुना अधिक बेड की व्यवस्था रहनी चाहिए. पश्चिमी सिंहभूम जिला की बात करें तो जिले के तीनों केंद्रों में उपलब्ध बेड्स की संख्या तय गाइडलाइंस से अधिक है और इसे 24’7 उपलब्ध रखना हमारा मुख्य उद्देश्य है