निरज कुमार,
रांची: राजधानी रांची के जिला स्कूल में कुमार नृपेन्द्र नाथ शाहदेव की जयंती मंगलवार को मनाई गयी. इस अवसर पर रांची के 19, गुमला के 1 और जमशेदपुर के 1 स्कूल के बच्चों ने भाग लिया और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया. नृपेन्द्र नाथ शाहदेव जिला स्कूल में पढ़ते थे. 1947 में जिला स्कूल की तरफ से उन्हें स्काउट के रूप में भारतीय टीम के साथ फ्रांस के जमुरी में हिस्सा लेने का मौका मिला था. उसमें उन्हें विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्काउट का सम्मान दिया गया था. वह बहुत भाषाओं के जानकार भी थे. उन्होंने कई भाषाओं की फिल्मों में अभिनय भी किया था.
झारखंड राज्य स्काउट एंड गाइड के सचिव डॉ श्रीमोहन सिंह ने कहा कि 1947 में फ्रांस में आयोजित स्काउट प्रतियोगिता में कुमार नृपेन्द्र नाथ शाहदेव को स्काउट के सर्वश्रेष्ठ सम्मान ‘बुशमैन थॉक्स के अवार्ड’ से नवाजा गया था. उस वक्त किंग जॉर्ज 6 और क्वीन मैरी ने उन्हें यह अवार्ड प्रदान किया था. वह बिलियर्ड, फुटबॉल के साथ-साथ लॉन टेनिस भी अच्छा खेलते थे. उन्होंने दो उड़िया फिल्मों में भी काम किया था.
उन्होंने कहा कि वे गांव-गांव में घूमकर दवाओं का वितरण कर समाज सेवा करते थे. इसलिए उन्हें चालम का राजा भी कहा जाता है. राज परिवार के होने के बावजूद भी उन्हें जनता से लगाव था. वे जनता के बीच में ही रहते थे. वे मांदर और बांसुरी बजाने के साथ-साथ नागपुरी गाना भी अच्छा गाते थे.