चतरा: एक निजी समारोह में शिरकत करने जिले के प्रतापपुर प्रखंड पहुंचे श्रम मंत्री का काफिला कल शाम कीचड़ में फंस गया. जिसके बाद सड़क में बने बड़े गड्ढे और उसमें भरे पानी व कीचड़ से काफी मशक्कत के बाद मंत्री और उनका काफिला बाहर निकल सका.
इसके बाद कीचड़ से बाहर निकले मंत्री से स्थानीय लोगों ने आवागमन की समस्याओं से अवगत कराते हुए जर्जर सड़क की अविलंब मरम्मती कराने की मांग की. मौके पर मंत्री ने भी पीडब्ल्यूडी विभाग के अभियंता से बात कर सड़क बनवाने की बात कही. मौके पर मंत्री ने कहा कि अगर सड़क निर्माण में पीडब्ल्यूडी असमर्थता जताते है तो वे निजी मद से जर्जर सड़क का जीर्णोधार कराएंगे. इस दौरान मंत्री ने मौके पर कहा कि सरकार मूलभूत समस्याओं के समाधान और लोगों की सुविधा के प्रति गंभीर है. कोरोना संक्रमण काल और लॉक डाउन का मामला शांत होते ही सरकार इन समस्याओं के समाधान के लिए एक सूत्री कार्यक्रम चलाएगी.
उन्होंने कहा कि अब किसी भी मजदूर और बेरोजगार युवक को रोजगार की तलाश में घर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा. राज्य सरकार स्थानीय स्तर पर रोजगार का सृजन कर बेरोजगार युवकों और मजदूरों को उनके गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराएगी. ताकि अब लोगों को न सिर्फ रोजगार की तलाश में दूसरे प्रदेशों में जाने से छुटकारा मिले बल्कि वे घर परिवार के बीच रहकर ही आर्थिक रूप से सुदृढ़ भी हो सके. मंत्री ने कहा कि अब कोई भी सड़क, पुल-पुलिया और जर्जर स्कूल भवन यथावत नहीं रहेंगे. सरकार प्राथमिकता के साथ इन कामों को पूरा करेगी.
मंत्री ने कहा कि कुंदा लावालौंग मुख्य पथ का टेंडर हो चुका है. 20 करोड़ की लागत से उक्त पथ का जीर्णोधार होने जा रहा है. इसी तरह प्रतापपुर बभने रोड का भी जीर्णोद्धार होगा. मंत्री ने इशारों इशारों में भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 10 वर्षों तक हुई खराब स्थिति के जिम्मेवार येलोग थे.
उन्होंने ही पूर्व में उक्त सड़कों का निर्माण कराया था. लेकिन बीच में लोग आए और चले गए. अब मैं फिर से सरकार में हूं और जर्जर सड़कों का निर्माण मैं ही करूंगा. गौरतलब है कि मंत्री का काफिला प्रतापपुर बभने चौक पर स्थित मुख्य सड़क में बने बड़े गड्ढे में फंस गया था. जिसके बाद मौके पर उतरकर मंत्री ने सड़क बनाने की घोषणा की.