गीतेश अग्निहोत्री,
कानपुर: बिहार के कई जिलों से कानपुर देहात के शिवली क्षेत्र में रोजी रोटी की तलाश में आए कई मजदूर लॉक डाउन के चलते फंसे हुए थे और घर नहीं जा पा रहे थे.
मैथा तहसील प्रशासन ने इनकी लिस्ट तैयार कराई और नगर पंचायत शिवली के पास से गुरुवार की दोपहर 33 मजदूरों को गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन के लिए बस से रवाना कराया. एसडीएम रामशिरोमणि ने बताया कि मजदूरों को बस से निःशुल्क भेजा गया.
ट्रेन में भी टिकट का इंतजाम सरकार की तरफ से किया गया है. गांव हसैनी पुरैनी जिला भागलपुर बिहार के रहने वाले हसाम व मोहम्मद जावेद ने बताया कि शिवली कोतवाली के शेखूपुर गांव में काम कर रहे थे. अब ईद के पहले सकुशल घर पहुंच जाएंगे. पैदल भी नहीं चलना पड़ा.
माली पोखर भिंड शिवहर बिहार के चंदन, प्रेमकुमार, रोहित, संजय मांझी, विकास, अशोक, बदलू, रामेंद्र कुमार, सोहन कुमार, लछमन कुमार, सरोज कुमार शिवली के बारनपुर कहिंजरी में बम्बा सफाई में लगे थे. इन लोगों ने कहा कि लॉक डाउन के समय भी तहसील प्रशासन ने उनका ध्यान रखा. वह घर जाने में खुश हैं.
इसी तरह जिला शिवहर,बिहार के कई गांवों के कृष्ण भजन माझी, कमलेश कुमार, विनोद कुमार,रवींद्र माझी,ब्रजेश माझी,कमोद कुमार,पप्पू रामप्रवेश माझी,सुबोध कुमार,तिलजुग,विक्रम कुमार,मनोज कुमार माझी,राजकुमार, सत्येंद्र कुमार,सुखारी माझी,रामप्रवेश माझी,सुरेंद्र कुमार लालपुर शिवराजपुर गांव में बम्बा सफाई काम करने के लिए आए थे. लॉक डाउन के चलते फंस गए.
इन लोगों ने बताया कि अब घर में बीमारी(कोरोना) के रहने तक रहेंगे. अधिशासी अधिकारी एमलाल गौतम ने कहा कि सभी मजदूरों को रवाना करने के पहले भोजन भी उपलब्ध करवाया गया. इस मौके पर अमन पाठक,अवनीश शुक्ल मौजूद रहे.