रांची: अरबों रुपये के बहुचर्चित चारा घोटाले मामले में सजायफ्ता राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष करीब तीन वर्षां से रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद है. इस बीच लगभग एक दर्जन गंभीर बीमारियों से पीड़ित रहने के कारण दो वर्ष से अधिक समय से उनका इलाज रांची के रिम्स में चल रहा है. फिलहाल कोरोना संक्रमणकाल में रिम्स निदेशक के खाली बंगले को ही विशेष वार्ड में तब्दील कर लालू प्रसाद का इलाज चल रहा है.
लालू प्रसाद की दीपावली इस बार बेरौनक रही. केली बंगले में दीये जरूरत जले, लेकिन लालू प्रसाद खासे उदास नजर आये. लालू प्रसाद की सेवा में लगे सेवादारों का मानना है कि फिलहाल वे बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम में पार्टी को अपेक्षित सफलता नहीं मिलने से सदमे में नजर आ रहे है.
दिवाली के दिन भी लागू प्रसाद गुमसुग नजर आ रहे हैं. लालू प्रसाद के चिकित्सक डॉ. उमेश प्रसाद ने बताया कि जब से बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम आया है, तब से लालू प्रसाद के व्यवहार में परिवर्त्तन देखा जा रहा है और उनके चेहरे पर उदासी साफ झलक रही है. लालू प्रसाद को उम्मीद थी कि दिवाली की छुट्टी के पहले उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई पूरी हो जाएगी, लेकिन जमानत याचिका पर सुनवाई की तिथि 27 नवंबर तक बढ़ जाने से भी वे थोड़े तनाव में है.
डॉ उमेश प्रसाद ने बताया कि जब से चुनाव परिणाम आया है, तब से लालू यादव कुछ उदास नजर आ रहे हैं. पिछले दिनों जब उनके स्वास्थ्य की जांच करने वह पहुंचे थे तो वह बात करने से काफी परहेज कर रहे थे. लालू यादव के मुख्य चिकित्सक डॉ उमेश प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया कि पहले लालू यादव अपने सेवकों और डॉक्टर और अन्य चिकित्साकर्मियों से बात भी करते थे, लेकिन पिछले दिनों वह बातचीत करना काफी कम कर दिए हैं.
वहीं, उनके खाने-पीने की दिनचर्या भी गड़बड़ा गई है, जिसके कारण उनके स्वास्थ्य में काफी गिरावट दर्ज की गयी है. चिकित्सकों का मामना है कि लालू प्रसाद के स्वास्थ्य की स्थिति और बिगड़ती है, तो उन्हें डायलेसिस की जरूरत पड़ सकती है.
हालांकि फिलहाल वह अपने आप को धीरे-धीरे सामान्य कर रहे हैं और ये उम्मीद है कि जल्द से जल्द वो अपना दिनचर्या भी बदलेंगे. डॉ. उमेश प्रसाद के अनुसार, उनकी अगली जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कहा जा सकता है कि उनकी स्वास्थ्य सामान्य हो पाई है या नहीं.