जमशेदपुर: झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री और भाजपा के बागी सरयू राय का हमलावर तेवर विधानसभा चुनाव के बाद भी जारी है. जहां आज उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए एक बड़ा खुलासा किया है. वह भी उस विभाग के खिलाफ जिस विभाग के मुखिया खुद राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास रहे.
सरयू राय ने बिजली विभाग में घोर भ्रष्टाचार का खुलासा करते हुए सीधे मुख्यमंत्री को कटघरे में खड़ा किया है और कहा है कि इस विभाग में व्यापक पैमाने में भ्रष्टाचार हुआ है. जिसका खामियाजा आने वाले दिनों में राज्य की जनता को भुगतना पड़ सकता है. उन्होंने बताया कि अंडर ग्राउंड केबलिंग और जल मीनार में जो बिजली पहुंचाने का काम किया है वह बेहद ही घटिया और निम्न स्तर का है. इसके लिए करोड़ों रुपए का ठेका ऐसी कंपनी को दिया गया जो ब्लैक लिस्टेड था.
उन्होंने बताया कि उनके विरोध के बावजूद ब्लैक लिस्टेड संवेदक को ठेका दे दिया गया. वहीं सरजू रहने साफ कर दिया है कि आने वाले दिनों में वे निर्दलीय प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार में निकलने वाले हैं. साथ ही संथाल चुनाव में भी वे प्रत्याशियों के प्रचार के लिए जाएंगे. वहीं सरयू राय ने राज्य में भाजपा की दुर्गति होने की बात कही.
हालांकि सरयू राय ने दूसरे चरण के चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी व अन्य केंद्र के नेताओं द्वारा सीधे-सीधे मुख्यमंत्री का नाम नहीं लेने पर संतोष जताते हुए कहा, दूसरा चरण आते-आते केंद्र के नेताओं को अकल आ गया है अब वे मंच से मुख्यमंत्री का नाम नहीं लेकर आने वाले 3 चरणों के लिए रास्ता बनाने का काम कर रहे हैं. हालांकि सरयू राय ने कहा कि अब काफी देर हो चुकी है इसका खामियाजा भाजपा को उठाना ही पड़ेगा. वहीं सरजू राय ने दूसरे चरण का चुनाव संपन्न होने और पूर्वी विधानसभा सीट पर विवाद के लिए जिला प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया है.
उन्होंने कहा है कि वे तमाम झंझटों के बाद भी विशाल अंतर से चुनाव जीत रहे हैं, लेकिन मेरे अनुरोध के बाद भी जिला प्रशासन ने वैसे अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं की जो किसी खास दल के प्रतिनिधि के रूप में काम कर रहे थे. वहीं सरजू राय ने अपने लोगों को धमकी दिए जाने के सवाल पर सख्त लहजे में कहा है कि वे अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं के साथ हर वक्त खड़े हैं उन्हें डरने की कोई जरूरत नहीं.