नई दिल्ली: इस साल का आखिरी चंद्रग्रहण 30 नवंबर को होगा. ये इस साल का चौथा चंद्रगहण होगा. साल 2020 में इससे पहले 10 जनवरी, 5 जून और 5 जुलाई को चंद्रग्रहण देखा गया था. इस बार ये चंद्रग्रहण बेहद खास माना जा रहा है. दरअसल इसी दिन कार्तिक पूर्णिमा भी है. इसी दिन कार्तिक स्नान खत्म होगा. इसके अलावा इसी दिन सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी का 551वां जन्मदिन भी मनाया जाएगा. खगोलविदों के मुताबिक, करीब 4 घंटे 21 मिनट रहने वाले इस चंद्रग्रहण में 82 प्रतिशत चांद ढक जाएगा. बता दें कि इस साल एक सूर्य ग्रहण भी होने वाला है. 14 दिससंबर को होने वाले इस सूर्य ग्रहण को चिली और अर्जेंटीना जैसे देशों के कुछ भाग में देखा जाएगा.
दुनिया में कहां-कहां दिखेगा आखिरी चंद्रग्रहण?
इस चंद्र ग्रहण का असर भारत में नहीं पड़ेगा. इसे यूरोप के ज्यादातर हिस्सों, एशिया के कुछ देशों, ऑस्ट्रेलिया, उत्तर अमेरिका, दक्षिण अमेरिका और अटलांटिक में देखा जाएगा. भारत के कुछ हिस्सों में इस चंद्र ग्रहण को देखा जा सकेगा. जैसे कि देश के पूर्वी हिस्से के लोग कुछ देर के लिए इसे देख सकेंगे. मसलन ये ग्रहण लखनऊ, पटना और रांची जैसे शहरों में आसमान साफ होने पर दिखेगा, जबकि दिल्ली, मुंबई सहित देश के दक्षिण हिस्से के लोग इस चंद्र ग्रहण को नहीं देख सकेंगे.
कब दिखेगा चंद्रग्रहण?
शुरू- 30 नवंबर 1:04 pm
खत्म- 30 नवंबर 5:22 pm
क्या है चंद्रग्रहण?
सूर्य की परिक्रमा के दौरान पृथ्वी, चांद और सूर्य के बीच में इस तरह आ जाती है कि चांद धरती की छाया से छिप जाता है. तब चंद्रग्रहण होता लेकिन यह तभी संभव है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा अपनी कक्षा में एक दूसरे के बिल्कुल सीध में हों. पूर्णिमा के दिन जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो उसकी छाया चंद्रमा पर पड़ती है. इससे चंद्रमा के छाया वाला भाग अंधकारमय रहता है. जब हम इस स्थिति में धरती से चांद को देखते हैं तो वह भाग हमें काला दिखाई पड़ता है. इसी वजह से इसे चंद्र ग्रहण कहा जाता है. जब पृथ्वी सूर्य की किरणों को पूरी तरह से रोक लेती है तो उसे पूर्ण चंद्र ग्रहण कहते हैं लेकिन जब चंद्रमा का सिर्फ एक भाग छिपता है तो उसे आंशिक चंद्र ग्रहण कहते हैं.