हेल्थ डेस्क: मशरूम में ऐसे पोषक तत्वों की उपस्थिति होती है जो हमारे शरीर के लिए अति आवश्यक होते है. मशरूम के फायदे अनेक है वैज्ञानिको का मानना है कि मशरूम एक जैविक किस्म की फसल है और इसमें अधिक मात्रा में प्रोटीन और विटामिन होते है. मशरूम शाकाहारी या मांसाहारी हर वर्ग के लोगों के लिए खाने का विकल्प बन गया है. मशरूम के सेवन से विभिन्न प्रकार के कैंसर की रोकथाम की जा सकती है साथ ही साथ यह मधुमेह से लड़ने में सहायक होती है. इसमें ऐसे तत्व होते है जो हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के साथ हमारे पाचन तंत्र को भी ठीक करते है.
आइये जानते है मशरूम के फायदे और नुकसान
मशरूम के फायदे
एनीमिया के इलाज में कारगर
एनीमिया रोग खून में लोहे की कमी की वजह से होता है जिसके फलस्वरूप थकान सिरदर्द कम न्यूरल फंक्शन और पाचन संबंधी समस्याएं होती है. मशरूम में सामान्यता 80 से 90 प्रतिशत तक लोहा पाया जाता है जिसे हमारा शरीर लगभग पूरा का पूरा अवशोषित कर सकता है जिसके कारण हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण को बढावा मिलता है और खून की कमी दूर होती है साथ ही हमारी प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है.
कॉलेस्ट्रोल कम करने में कारगर
मशरूम आपका वजन घटाने में सहायक होता है क्योंकि इसमें प्रोटीन तो भरपूर मात्रा में होता है परंतु वसा और कार्बोहाइड्रेट बहुत ही कम मात्रा में होता है. इसमें फाइबर और कुछ एंजाइम भी होते है जो कोलेस्ट्राल को कम करने में सहायक होते है. यह एलडीएल या खराब कोलेस्ट्रॉल और एचडीएल या अच्छे कोलेस्ट्रॉल के बीच संतुलन बनाकर हृदय संबंधी रोग जैसे दिल का दौरा पडना आदि में हमारी मदद करता है.
कैंसर में फायदेमंद
इसमें बीटा-ग्लूकेन्स और संयुग्मित लिनोलिक एसिड उपस्थित होता है जिसके कारण स्तन और प्रोस्टेट दोनों प्रकार के कैंसर को रोकने में मशरूम बहुत अधिक प्रभावी होते हैं. लिनोनिक ऐसिड विशेष रूप से एस्ट्रोजन के हानिकारक प्रभावों को दबाने में सहायक है, वहीं बीटा-ग्लूकेन्स पोस्टेट कैंसर की कोशिकाओं के विकास को रोकते है कई अध्ययनों ने मशरूम की antitumor के गुणों को दिखाया जिनका औषधीय रूप में उपयोग किया जाता है.
मधुमेह में है फायदेमंद
मशरूम को मधुमेह के लिए एक उत्तम और असरकारी औषधी के रूप में प्रयोग किया जा सकता है. मशरूम में कोई वसा, कोलेस्ट्राल नहीं होता. इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत ही कम होती है, इसमें विटामिन और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में होता है. यह एक अच्छा इंसुलिन और एंजाइम धारक होता है जो भोजन से स्टार्च और चीनी को तोडने में मदद करते हैं. वे कुछ यौगिकों को शामिल करने के लिए भी उपयोग किये जाते है जो जिगर, अग्न्याशय और अन्य अंत:स्रावी ग्रंथियों के उचित कामकाज में मदद करते हैं, जिससे पूरे शरीर के इंसुलिन और उसके उचित विनियमन का निर्माण होता है. इसके प्राकृतिक एंटीबायोटिक गुणों से मधुमेह रोगियों को काफी मदद मिलती है.
प्रतिरक्षा प्रणाली को करता है मजबूत
मशरूम में मौजद एक शक्तिशाली एंटीऑकसीडेंट एर्गोथियोनिन बाहरी संक्रमणों से सुरक्षा प्रदान करने के साथ ही प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में बहुत अधिक प्रभावी होता है. वास्तव में यह एक एमिनो एसिड होता है जिसमें सल्फर होता है, जो आम तौर पर हमारे शरीर में कम होता है. मशरूम में उपस्थित एंटीऑक्सीडेंट आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढाने के लिए अद्वितिय माना जाता है. मशरूम में प्राकृतिक एंटीबायोटिक(पेनिसिलिन के समान) होती है जो माइक्रोबियल विकास और अन्य कवक संक्रमणों को रोकते हैं. ये पॉलिसेकेराइड, बीटा-ग्लूकेन्सश शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित और नियंत्रित कर सकते हैं. वे अल्सर और अल्सर के घावों को ठीक कर सकते है.
हडृडियों को मजबूत करता है
मशरूम में कैल्शियम पर्याप्त मात्रा होता है जो हमारी हडृडीयों को मजबूत करने में सहायता करता है और हडिृडयों के गठन में भी सहायता करता है इस प्रकार आपके आहार में मशरूम को शामिल करने से आवश्यक कैल्शियम प्राप्त हो जाता है. साथ ही साथ हडिृडयों के ह्रास की गति से संबंधित अन्य बीमारियों और जोडों के दर्द आदि से आपको छुटकारा दिलाता है.
मशरूम के नुकसान
ऊपर आपने जाना मशरूम के फायदे यह ना जाने कितने गुणों से परिपूर्ण है, लेकिन यह भी सत्य है कि कोई भी वस्तु किसी एक के लिए अच्छी होगी तो जरूरी नही कि सभी के लिए अच्छी हो. ठीक उसी प्रकार मशरूम के नुकसान भी होते है.
हमारे द्वारा खाने वाली मशरूम और जंगली मशरूम में ज्यादा कोई अंतर नहीं होता है इसलिए इनमें फर्क करना आसान नहीं होता है. हमारे द्वारा यदि जंगली मशरूम का सेवन कर लिया जाए तो यह हमारे लिए काफी घातक हो सकता है, जंगली मशरूम हमारे लिए अनेको बीमारी का कारण बन सकता है और यह किसी की मौत का कारण भी बन सकता. चूंकि मशरूम में मौजूद बीटा-ग्लुकेन्स प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है जिसे जंगली मशरूम से क्षति हो सकती है.जंगली मशरूम गठिया ल्यूपस, अस्थमा जैसे कई रोगो को आमंत्रण दे सकता है.
स्वास्थ की द्रष्टि से कोइ दवा किसी बीमारी रोधक का कार्य करती है तो कभी कभी वह किसी अन्य बीमारी को बढ़ावा देने का कार्य करती है, या यूं कहें कि मशरूम यदि हानिकारक परिस्थितियों को कम कर सकते है तों वे कुछ हानिकारक परिस्थितियों को बढ़ा भी सकतें हैं. यह सभी को पता होना चाहिए की सभी मशरूम खाने योग्य नहीं होती और कुछ को अधिक विषैली श्रेणी में रखा गया है. यही कारण है बहुत से लोग मशरूम का उपभोग करने पर बीमार पड़ जाते है.