रांची: आईसीएल संगठन से निष्कासित लोग आईसीएल के नाम पर बैठक कर रहे हैं, जो गैर संवैधानिक है ऐसे लोगों के ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उक्त बातें आईसीएल के राष्ट्रीय महासचिव अजय राय ने कही.
उन्होंने बताया कि 3 और 4 मार्च 2018 में ही संस्थापक अध्यक्ष अशोक कुमार भट्टाचार्य की अध्यक्षता में हुई CWC हुई कोलकाता मीटिंग में दिल्ली के सीएस मेहरात, अवतार सिंह को संगठन विरोधी गतिविधि चलाये जाने के खिलाफ 6 साल के लिए निष्कासित किया गया था, जिसमें सभी सदस्यों ने अपनी सहमति दी थी.
इसके उपरांत संगठन विरोधी गतिविधि में पाए गए धनबाद के माधवेंद्र सिंह गढ़वा के राजा राजेंद्र प्रताप देव और रांची से दिनेश सोनी को संगठन विरोधी गतिविधि के कारण इन्हें भी 6 साल के लिए निष्कासित किया गया था, आज वही निष्कासित लोग गलत तरीके से बैठक कर रहे हैं और आईसीएल के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं.
जिनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई किया जाना जरूरी हो गया है और इसी को लेकर आज गूगल मीट के जरिए राष्ट्रीय कोर टीम की बैठक हुई, जिसमें इन सभी मुद्दों पर चर्चा की गई चर्चा के उपरांत सहमति बनी कि जो लोग आईसीएल के नाम पर गैर संवैधानिक तरीके से बैठक कर रहे हैं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए.
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इस संबंध में आईसीएल के लीगल विभाग के चेयरमैन अशोक कुमार शुक्ला कानूनी कार्यवाही के लिए अधिकृत किया गया.
आज हुई वर्चुअल मीटिंग में दिल्ली से शशिकांत शर्मा, महेश कुमार, मनुदेव, राहुल दहिया, झारखंड से पूर्व विधायक राजेश रंजन, साजिया रहमान, तलत परवीन, अशोक कुमार शुक्ला, विजय सिंह, देवानंद राय, तमिलनाडु से पदमा कृष्णमूर्ति,पांडिचेरी से रमने, पारादीप से क्षितिज पांडा, राजस्थान से मुराद हुसैन, कोलकाता से सोमेन सिंह चौधरी, महाराष्ट्र से के.अंभोरे व कुछ अन्य साथी सम्मिलित हुए.
इसके अलावा कुछ अपरिहार्य कारणों व तकनीकी समस्या के कारण कार्यकारी अध्यक्ष रामबाबू व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के सुब्रमनियम इस मीटिंग में तो शामिल नहीं हो सके, लेकिन फोन पर उनकी भी सहमति और आईसीएल के निवर्तमान राष्ट्रीय महासचिव भाई अजय राय को संगठन हित में कोई भी कार्यकारी और वैधानिक निर्णय लेने के अधिकृत करते हुए उन्होंने भी अपनी सहमति प्रदान कर दी है.
बैठक में सभी CWC मेंबर्स और पदाधिकारियों ने एक मत से उपरोक्त सभी संगठन से निष्कासित पूर्व आईसीएल लीडर्स द्वारा गैर वैधानिक ढ़ंग से आईसीएल संगठन के नाम का प्रयोग करते हुए रांची व अन्य स्थानों पर की जाने वाली सभी असंवैधानिक गतिविधियों पर सख्त रुख अख्तियार करते हुए उनके इस कृत्य की भर्त्सना की और साथ ही साथ इस सभी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही का प्रस्ताव रखा और साथ ही साथ कोरोना वैश्विक महामारी के चलते पहले से लंबित आईसीएल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को झारखंड में किसी भी स्थान पर तत्काल आयोजित करने के लिए भी मान्यवर राष्ट्रीय महासचिव आईसीएल अजय राय की को अपनी सहमति प्रदान की है.