बरकट्ठा: एक ओर जहां लोग कोरोना माहमारी व आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे है. वहीं अंचल कार्यालय बरकट्ठा में जनता का कोई काम नहीं हो पाने से परेशान है.
लोगों की शिकायत व समस्या को लेकर जिप सदस्य मीणा देवी ने अंचलाधिकारी के कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाये. उन्होंने कहा कि सीओ निर्मल सोरेन का जनता के बीच व्यवहार भी ठीक नहीं है.
इस मामले को लेकर जिप सदस्य मीना देवी ने सीओ के विरुद्ध मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, विभागीय सचिव, आयुक्त, उपायुक्त, अपर समाहर्ता तथा अनुमंडल पदाधिकारी को पत्र लिखा है.
आम जनता के कार्यों के प्रति सीओ का उदासीन रवैया व लापरवाह होने का गंभीर आरोप लगाया गया. जिप सदस्य मीना देवी ने कहा कि यदि अंचलाधिकारी अपने कार्यशैली में सुधार नही लाते हैं, तो आम जनता के साथ हम आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे.
साथ ही कहा है कि बरकट्ठा अंचल के सीओ निर्मल सोरेन जब से बरकट्ठा में कार्यरत हैं, तब से कुछ व्यक्ति विशेष के भूमि को छोड़कर अन्य किसी भी प्लॉट भूखंड का ऑनलाइन सुधार नहीं किया जा रहा है, ना ही दाखिल खारिज करने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं.
दाखिल खारिज नहीं करने के सैकड़ों बहाने इनके पास है, इसी कारण पूर्व में भी इनके वेतन पर उपायुक्त महोदय ने रोक लगाया था पर अंचलाधिकारी के सेहत में कोई फर्क नहीं पड़ा.
आज भी अकारण दाखिल खारिज अस्वीकृत करने में माहिर है, जो जांच का विषय है. समय पर जनता का काम नही हो पा रहा है. लोग अंचल कार्यालय का चक्कर काट रहे है.
झारखंड सरकार के राइट टू सर्विस एक्ट का अनुपालन नहीं हो रहा है. लोग साधारण से साधारण कार्यों के लिए भी बीते वर्ष से अंचल कार्यालय चक्कर लगा रहे हैं. इनके कार्यशैली व उदासीन रवैये से आम जनता आक्रोशित है. जिप सदस्य ने जनसमस्याओं को लेकर सीओ के खिलाफ शीघ्र ही आदोंलन की चेतावनी दी है.