नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना एक लाइफलाइन बन कर उभरती हुई नजर आ रही है. केंद्र सरकार ने दावा किया है कि लॉकडाउन के बाद से अब तक किसानों के खाते में 19,100 करोड़ रूपये की राशि बांटी जा चुकी है. सरकार के मुताबिक 24 मार्च से 9.55 करोड़ किसान परिवारों को इस योजना का लाभ पहुंचा है. यह राशि सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी गई है.
‘किसानों को बीज उपलब्ध करवाएं गए’
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि इस दौरान सरकार ने किसानों को बीज उपलब्ध कराए हैं. साथ ही रबी फसलों की खरीद अब भी जोर शोर से जारी है. उन्होंने दावा किया है कि मानसून में इस बार किसान 34.87 लाख हेक्टेयर जमीन पर चावल की बुआई करेंगे. केंद्रीय मंत्री ने बताया 12.82 लाख हेक्टेयर जमीन पर दालों का उत्पादन शुरू हो गया है. जबकि तिलहन में करीब 9.28 लाख हेक्टेयर की जमीन पर फसल की तैयारी चल रही है.
इन किसानों को मिलता है लाभ
बता दें, योजना को लाभ किसान के साथ-साथ उसके परिवार में भी कोई इनकम टैक्सदाता नहीं होना चाहिए. योजना का लाभ लेने से कई किसान इसलिए भी वंचित रह जाते हैं क्योंकि उनके घर में कोई टैक्स पे कर रहा होता है. पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी बनने के लिए किसानों को निम्न योग्यताओं की पूर्ति करनी होती है. इस योजना का लाभ उठाने वाले किसान:-
- किसान के नाम पर खेती वाली भूमि होनी चाहिए
- किसान का बैंक खाता और आधार कार्ड में एक नाम से एक जैसी स्पेलिंग ही लिखा होना चाहिए
- इसके अलावा भी कोई जानकारी (जैसे कि पिता का नाम, उम्र, पता इत्यादि) बैंक डिटेल और आधार कार्ड में दी जानकारी से अलग नहीं होना चाहिए
- किसान किसी भी तरह से इनकम टैक्स दाता नहीं हो व उसकी कोई सरकारी नौकरी न हो
- किसान इससे पहले किसी भी प्रकार का कोई पेंशन लाभार्थी न हो
2019 फरवरी में लाया गया था स्किम
बता दें, नरेंद्र मोदी सरकार ने 2019 फरवरी में पीएम किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की थी. सरकार की ओर से इस तर्क के साथ यह स्कीम लांच किया गया था कि कर्ज की माफी कराना स्थाई समाधान नहीं है. इसलिए इस तरह के स्कीम से किसानों को राहत मिल सकेगी और वे कर्ज में डूबने से बच सकेंगे.