इलाहाबाद: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मोहम्मद शाहिद विश्वविद्यालय से निलंबित कर दिए गए हैं. जानकारी सामने आई थी कि प्रोफेसर तबलीगी जमात में शामिल हुए थे. महामारी के इस दौर में यह जानकारी छुपाने पर उनको पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. प्रयागराज जिले के शिवकुटी थाने में प्रोफेसर शाहिद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. जिला प्रशासन की अधिकृत सूचना मिलने के बाद केंद्रीय सेवा नियमावली के अनुरूप उनके निलंबन की कार्रवाई की गई है.
जानकारी के मुताबिक इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शाहिद और 16 विदेशी जमातियों समेत कुल 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. विदेशियों की गिरफ्तारी फॉरेनर्स एक्ट के तहत दर्ज मामले में की गई थी, जबकि प्रोफेसर शाहिद को जमातियों को चोरी-छिपे शहर में शरण दिलाने के आरोप और महामारी एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे में गिरफ्तार किया गया था.
क्या है मामला
दरअसल, पुलिस की ओर से बार-बार तबलीगी जमात से लौटे जमातियों को सामने आने और क्वारंटीन होने की अपील की जा रही थी. इसके बावजूद प्रयागराज में कई जमाती छिपे थे. इस बाबत पुलिस ने विदेशी नागरिकों और उनके शरणदाताओं के खिलाफ करैली ,शिवकुटी और शाहगंज थाने में दर्ज मुकदमा दर्ज किया था.
मंगलवार को शाहगंज पुलिस ने सात विदेशियों समेत 17 को गिरफ्तार किया. इसके अलावा करैली पुलिस ने 9 विदेशी समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं, शिवकुटी पुलिस ने प्रोफेसर शाहिद को गिरफ्तार किया है. प्रयागराज पुलिस की ओर से अब तक 30 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.