बोकारो: नीति आयोग ने देश में आकांक्षी जिलों के प्रदर्शन की सूची जारी की है. इस सूची में देश के 122 जिले शामिल हैं. दुर्भाग्य की बात यह है कि झारखंड के तीन जिले 1 से 100 के बीच भी अपना स्थान नहीं बना पाए हैं. इनमें लोहरदगा, हजारीबाग और साहिबगंज शामिल हैं. लोहरदगा का प्रतिनिधित्व झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव करते हैं तो साहिबगंज जिले के बरहेट विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन. हालांकि अच्छी बात यह है कि टॉप टेन में झारखंड के दो जिले गढ़वा और बोकारो अपना स्थान बनने में सफल रहे हैं.
नीति आयोग के जारी दिसंबर 2020 की डेल्टा रैंकिग में बोकारो ने टॉप फाइव में अपनी जगह बनाई है. यह सूबे का दूसरा जिला है, जिसने देश के टॉप फाइव में अपना स्थान बनाया है. हालांकि, प्रयास के बावजूद बोकारो जिला गढ़वा से पीछे है. गढ़वा राज्य में नंबर एक पर है तो बोकारो नंबर दो पर है. वहीं जिले का साहेबगंज सबसे फिसड्डी है. देश के 112 जिलों में 107 वें रैंक पर है.
बोकारो जिले की स्थिति वित्तीय समावेशन में खराब स्थिति के कारण है. दिसंबर 2020 तक की स्थिति के आधार पर नीति आयोग के जारी रैंकिंग में पहले स्थान पर उत्तर प्रदेश का श्रावस्ती, दूसरे स्थान पर त्रिपुरा का धलाई, तीसरे स्थान पर झारखंड का गढ़वा, चौथे स्थान पर असम का बकसा एवं पांचवें स्थान पर झारखंड का बोकारो है.
नीति आयोग ने इन जिलों का प्रदर्शन तय मापदंडों में बेहतर प्रदर्शन के आधार पर किया है. वह स्वास्थ्य और पोषण, कृषि और जल संसाधन, वित्ताीय समावेशन और कौशल विकास एवं बुनियादी ढांचा का क्षेत्र हो. नीति आयोग द्वारा प्रतिमाह आकांक्षी जिलों में किए गए कार्य प्रदर्शन के अनुरूप उन्हें रैंङ्क्षकग दी जाती है. कहा कि नीति आयोग द्वारा निर्धारित सभी आयामों पर कार्यों को गति दिया जा रहा है. जिले का प्रर्दशन बेहतर हो इसके लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है.
उल्लेखनीय है कि सामाजिक क्षेत्रों में पीछे और अल्प विकसित श्रेणी में आने वाले जिलों की तरक्की के लिए नीति आयोग आकांक्षी जिला कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसके तहत पूरे देश के कुल 112 जिले शामिल हैं. इन जिलों के विकास के लिए नीति आयोग ने चार आयाम स्वास्थ्य और पोषण, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेशन और कौशल विकास एवं बुनियादी ढांचा बनाया है. इसके तहत कार्यों को किया जाता है.
देश स्तर पर झारखंड के जिलों की स्थिति–
1. गढ़वा – 3 रैंक
2. बोकारो –5
3. सिमडेगा–11 वां रैंक
4. रांची –23 वां रैंक
5. गोड्डा –24 वां रैंक
6. पश्चिम ङ्क्षसहभूम –52 वां रैंक
7. खूंटी —53
8. पलामू –64
9. चतरा –65
10. रामगढ़ –66
11. दुुमका –76
12. गुमला –84
13 . गिरिडीह –91
14. पूर्वी ङ्क्षसहभूम –93
15. लातेहार –96
16. पाकुड़–97
17. लोहरदगा –105
18. हजारीबाग –106
19. साहेबगंज — 107
नीति आयोग के मापदंड पर बोकारो बेहतर रहा है. इसे और ठीक किया जाएगा. जिन क्षेत्रों में स्थिति नीचे है उसमें सुधार करने का काम होगा. ताकि जनवरी माह की रैंकिंग और बेहतर हो. अपने स्थान को बनाए रखने की चुनौती भी जिले के पास है.