नीता शेखर,
रांचीः लॉकडाउन के दौरान घर में कैद और घुटन का एहसास करने वाले कई लोग आपको मिल जाएंगे, लेकिन साथ ही ऐसे लोग भी मिलेंगे जो इस वक्त को अवसर की तरह ले रहे हैं. अपने सपने और काम को जो अधूरे रह गए थे उन्हें पूरा करने में भी लगे हैं. इस दरमियान सबसे जरूरी यह है कि आप किसी भी तरह के अकारण भय का शिकार नहीं हो. सोशल मीडिया पर डराने वाली औैर नकारात्मक खबरों पर आंख मूंद कर विश्वास नहीं करें. सकारात्मक सोच के साथ मनोबल बनाए रखें.
खाली समय का भरपूर करें उपयोग
खुद को बोरियत से बचाएं. खाली समय का समुचित उपयोग करें. पुराने शौक पूरे करें. ऐसे शौक जो पिछले जमाने में आप उनसे जाने जाते थे, लेकिन जिंदगी की भागदौड़ में वो छूट गए तो उन्हें फिर से जिंदा करें. यह मौका अच्छा है, घर पर बैठकर पुराने गीत सुनना का, यदि कोई म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट बजाना जानते हैं तो घरवालों को बजाकर सुनाएं. कई ऐसे शौक हैं, जो छूट गए हैं. जैसे खेल, कुकिंग, शायरी, कविता पाठ आदि घर के लोगों के लिए बीच करके खुद के साथ घरवालों को व्यस्त रख सकते हैं.
कर सकते हैं ऑनलाइन कोर्स
ऑनलाइन कोर्स भी कर सकते हैं जो आपकी चाहत थी मगर समय के अभाव के कारण नहीं कर पा रहे थे. बिना किसी उलझन के आप इस काम को करके लुत्फ भी उठा सकते हैं. घर पर व्यायाम करें. सुबह जल्दी उठें और घर के आंगन में बैठकर घरवालों के साथ योगा करें.
मेडिटेशन करके तनाव को दूर भगा सकते हैं. टूटे रिश्तों को जोड़े, जिन मित्रों औैर रिश्तेदारों को आप समय की दौड़ में कहीं बिसरा बैठे हैं, उन्हें वापस जोड़ने औैर संपर्क बनाने का अच्छा मौका है. रिश्तों से डोर मजबूत होगी, अनावश्यक तनाव भी कम हो जाएगा.
नई चीजें सीखें
नई चीजें सीखें, अभिरूचि पैदा करें. जैसे खाली समय में घर पर बागवानी कर सकते हैं. हैंडीक्राफ्ट बनाकर बच्चों को भी व्यस्त रख सकते हैं. अच्छी मूवी देंखे, पसंदीदा सीरियल आदि देखें. सोशल मीडिया से इन दिनों दूरी बनाए रखें. यह सबसे बड़ा तनाव का कारण बन सकता है.
विकल्प के तौर पर रीडिंग की हैबिट डालें. अच्छी कहानियां, कॉमिक्स, नोवेल, मैग्जीन, लेख आदि पढ़ें. किसी सामाजिक संगठन से जुड़ें, औैर अपने मित्रों का दल बनाकर जरूरतमंदों की मदद के लिए जुटें. मदद हमेशा सकारात्मकता की ओर ले जाती है. नशा छोड़ने का सही समय है.