रांची: 21 दिन के लॉकडाउन का गुरुवार को 9वां दिन है. राजधानी रांची में अन्य दिनों की अपेक्षा आज लोग बेहद कम नजर आए. हालांकि रांची के आसपास के क्षेत्रों में सब्जी बाजार में लोगों की काफी भीड़ देखी गई.
वहीं, रांची में कोरोना पॉजिटीव एक मरीज के मिलने के बाद लोगों ने खुद को घरों में कैद करना अब बेहतर समझा है. इधर, रांची व आसपास के क्षेत्रों में लोगों ने गली-मुहल्लों में खुद से बेरिकेडिंग कर बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है. वहीं, रामनवमी के मौके पर मंदिरों में श्रद्धालु भी सोशल डिस्टेंसिंग मैंटन करते हुए देखे गए. महावीरी पताका की बिक्री भी बेहद कम हुई.
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कोरोना वायरस के संक्रमण को खत्म करने के लिए इस बार रामनवमी के जुलूस को नहीं निकाला जाएगा. लॉकडाउन की वजह से लोगों को अपने घरों में ही पूजा पाठ करने की सलाह दी गई. इसका नतीजा यह हुआ कि गुरुवार को शहर की विभिन्न रूट में स्थित मंदिरों में भक्तों की संख्या नाममात्र की रही. एमजी रोड स्थित संकट मोचन मंदिर निवारण पूर्व स्थित तपोवन मंदिर सहित जितने भी हनुमान मंदिर हैं, वहां सुबह से भक्त पहुंचे तो जरूर लेकिन बाहर से ही पूजा-अर्चना करके उन्हें लौटना पड़ा क्योंकि मंदिरों को या तो बंद किया गया है या बाहर से ही दर्शन करने की इजाजत दी गई.
इधर, पुलिस लॉकडाउन को सख्ती से लागू कराने में जुटी है. सड़कों पर निकलने वाले लोगों को गुरुवार को भी समझा कर घर वापस भेजा जा रहा है. जो घर वापस लौटने को तैयार नहीं, उन्हें सख्ती के साथ फटकार लगाई जा रही हैं. वहीं, हिंदपीढ़ी के नाला रोड से कोरोना वायरस मरीज के मिलने के बाद पूरा शहर अलर्ट हो गया है. इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने हिंदपीढ़ी पूरे क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया है. कर्फ्यू के दूसरे दिन भी क्षेत्र में लोगों का मूवमेंट देखने को मिल रहा है. पुलिस की मौजूदगी के बावजूद लोग अपने घरों से निकलकर एक दूसरे से बातचीत कर रहे हैं.
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वहीं, सुबह से ही शहर के 53 वार्डों में 200 से अधिक मुहल्लों के लाेगाें ने स्वयं अपने मुहल्लों के इंट्रेंस प्वाइंट काे लाॅकडाउन का बाेर्ड लगाकर बंद कर दिया. बाेर्ड में स्पष्ट रूप से लिख दिया कि मुहल्ले में किसी काे प्रवेश करने की अनुमति नहीं है. एमजी राेड से सटे सभी बाइलेन, हिंदपीढ़ी के अंदर नाला राेड से जुड़े जितने भी मुहल्ले थे, सभी बंद कर दिए गए. चडरी, थड़पखना, मधुकम, कैलाश नगर, किशाेरगंज, पुरानी रांची, खेत मुहल्ला, हरमू, कडरू के दर्जनों मुहल्लों के युवा शिफ्ट में बैरिकेडिंग स्थल पर पहरा देने बैठ गए, ताकि न ताे किसी काे मुहल्ले में जाने दिया जाए और न मुहल्ले के लाेगाें काे बाहर जाने दिया जाए.
हिंदपीढ़ी में घर-घर जाकर हो रही पूछताछ
अलग-अलग समूह में 2-2 महिला स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर एक फार्म भरवाती रहीं. इसमें मुखिया का नाम, बाहर से आने वाले सदस्य की संख्या, किसी को सूखी खांसी, सर्दी, बुखार या सांस लेने में दिक्कत तो नहीं, ऐसे संदिग्ध कितने लोग, क्या इनकी जांच स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र या ज़िला अस्पताल में हुई है आदि सवाल पूछे जा रहे हैं.
लॉकडाउन की सख्ती से बढ़ी परेशानी
राज्य में कोरोना संक्रमण का एक मामला सामने आने के बाद अब पुलिस ने लॉकडाउन की सख्ती बढ़ा दी है. इससे कई लोगों की परेशानी बढ़ गई है. अभी तक लॉक डाउन में रियायत की उम्मीद कर रहे लोगों को अब लगने लगा है कि लॉकडाउन की अवधि न केवल और बढ़ सकती है, बल्कि पुलिस भी अब और सख्त होगी. लोगों का घरों से निकलना और मुश्किल हो सकता है. ऐसे में रोज कमाकर खाने वाले लोगों की चिंता जहां बढ़ गई है, वहीं कोई इलाज नहीं करा पाने के कारण परेशान है, तो कई लोग अपनों से दूर हो गए हैं. वे अब न उनके पास जा पा रहे हैं और न ही उन्हें वापस बुला पा रहे हैं. इसके साथ ही रोजमर्रा की चीजें जैसे दूध, सब्जी, गैस, राशन आदि नहीं मिलने से भी लोग परेशान हैं.