रांची: आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव व गोमिया के विधायक डॉ. लंबोदर महतो कोरोना की वजह से लॉक डाउन में फंसे अपने विधानसभा क्षेत्र लोगों के संपर्क में हैं और अपने संपर्क के लोगों से प्रभावित लोगों के बीच राहत कार्य चलाने और खाद्यान्न उपलब्ध कराने को लेकर भी प्रयासरत हैं. इसी क्रम में आज उन्होंने विभिन्न प्रदेशों से आ रही सूचनाओं पर कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, महाराष्ट्र, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, हरियाणा, गोवा, आंध्र प्रदेश, राजस्थान व ओड़िशा के मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित किया है.
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उन्होंने अपने पत्र में इस बात का उल्लेख किया है की फंसे हुए लोगों के बीच विशेषकर खाद्यान्न का अभाव है राहत सामग्री नहीं पहुंच रहा है और असुरक्षा के बीच लोग रह रहे हैं.
डॉ. लंबोदर महतो ने कर्नाटक के चिकबल्लापुर में 14 , बेंगलुरु के आलंका में 20, बेंगलुरु रूलर में 117 व मराथल्ली में फंसे 3 मजदूर ,तमिलनाडु के वेल्लूर में फंसे 42 मजदूर, केरल के एर्नाकुलम में फंसे 24 मजदूर, उत्तर प्रदेश के सोनभद्र कोडारी में फंसे 8 मजदूर ,महाराष्ट्र के नासिक हाईवे में 11, मुंबई नांदेड़ में 12 , विकोली ईस्ट में 12 , रसूलाबाद ओर्धा में 20 , राजापुर रत्नागिरी में 10 , साईं मंदिर वहल (नवी मुंबई ) में 63, बेलापुर में 40 , पुणे में 14 , कल्याण में 4 अयंदर वेस्ट में 20, तालुका व औरंगाबाद में फंसे 9 मजदूर , तेलंगाना के विजयवाड़ा में 7, हैदराबाद के कोंडापुर में 4 व सिकंदराबाद के मौलाली रोड में फंसे 45 मजदूर , छत्तीसगढ़ के जशपुर में फंसे 7 मजदूर, हरियाणा के फरीदाबाद में फंसे 30 मजदूर, गोवा के एमआरएफ कंपनी में 12, गोवा में 15 व वाड़ाधात में फंसे 17 मजदूर, आंध्र प्रदेश के मंगलागिरी में फंसे 8 मजदूर ,राजस्थान के वडाला बीकानेर में फंसे 35 मजदूर, ओडिशा के बालासोर में 18 व सुंदरगढ़ में फंसे 9 मजदूरों की दशा पर ध्यान आकृष्ट कराया है.
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साथ ही उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी पत्राचार की है और उनसे आवश्यक कार्यवाही करने का आग्रह भी किया है. यह सभी फंसे मजदूर गोमिया एवं कसमार प्रखंड अंतर्गत विभिन्न गांव के रहने वाले हैं.