रांची: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने झारखंड मुक्ति मोर्चा पर बालू माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि एक तरफ हेमंत सोरेन ने ग्राम सभाओं से बालू घाटों के मालिकाना हक को छीनकर मुंबई के अपने दोस्तों को दे दिया था, तो दूसरी ओर उनके कार्यकर्ता भी उन्हीं के मॉडल का अनुसरण करने में लगे हैं.
प्रतुल ने कहा कि झामुमो के मौजूदा बहरागोड़ा प्रत्याशी समीर मोहंती ने अवैध खनन में लिप्त अपने भाई के ट्रैक्टर को छुड़ाने के लिए माइनिंग अफसर के साथ मारपीट की थी.
प्रतुल ने कहा कि उस समय उनके ऊपर सरकारी कार्य में बाधा, मारपीट, छिनतई, अवैध उत्खनन आदि धाराओं पर केस हुआ था. आज समीर मोहंती के ऊपर जब अदालत ने इस केस में वारंट जारी किया है तो झामुमो को इसमें राजनीति दिख रही है. झामुमो के तमाम नेताओं का इस तरह के अनेक उदाहरण है कि वह अपने शीर्ष नेतृत्व का अनुसरण करते दिखते हैं.
प्रतुल ने कहा कि हेमंत सोरेन ने समीर मोहंती का बचाव करते हुए एक राजनीतिक साजिश बताया. उन्हें यह बताना चाहिए कि क्या जो ट्रैक्टर जब्त हुआ, वो उनके भाई मलय मोहंती के द्वारा प्रयोग में नहीं लाया जा रहा था क्या? और क्या उस ट्रैक्टर में जो बालू था वो अवैध उत्खनन करके लाया गया नहीं था ? अगर इन सभी चीजों को जानने के बाद भी नेता प्रतिपक्ष किसी व्यक्ति का बचाव कर रहे हैं.
वो भी अदालत के वारंट के बावजूद तो यह न्यायपालिका की अवमानना के दायरे में भी आता है. झारखंड मुक्ति मोर्चा को भारतीय संविधान के प्रमुख अंगों की परवाह नहीं, तभी तो इनके विधायक विधानसभा अध्यक्ष के आसन पर जूते उछलते हैं, पेपरवेट चलाते हैं. संसद रिश्वत कांड के जरिए संसद की गरिमा को तार-तार करते है. प्रतुल ने कहा कि समीर महंती के केस में कोई राजनीति नहीं हो रही है और कानून अपना काम कर रहा है.