महाराषट्र विधानसभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर हर रोज बयानबाजी हो रही है…दोनों पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे का ये पेंच कुछ ऐसा फंसा हुआ है कि दूर होने का नाम ही नहीं ले रहा है….बताया जा रहा है कि सीटों को बंटवारे को लेकर शिवसेना और बीजेपी सहमत नहीं हुए हैं और दोनों की अलग-अलग मांगें हैं. शिवसेना जहां कम से कम 126 सीटों की मांग कर रही है, वहीं बीजेपी 120 से अधिक सीटें नहीं देना चाह रही है.नई दिल्ली में गुरुवार को महाराष्ट्र चुनाव के मद्देनजर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और स्टेट कोर कमेटी के अलग-अलग सदस्यों के साथ बैठक की. बताया जा रहा है कि गठबंधन का फॉर्मूला तभी तय होगा, जब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे तक मुख्यमंत्री फडनवीस अमित शाह का फैसला पहुंचाएंगे. गठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे का ऐलान 28 सितंबर के बाद ही होगा.
गुरुवार को करीब 9 घंटे तक चली बैठक में बीजेपी ने उम्मीदवारों पर चर्चा की. इस बैठक में मुख्यमंत्री ने अमित शाह से उन सीटों को लेकर भी चर्चा की, जहां पर बीजेपी की पकड़ मजबूत है और फिलहाल शिवसेना का कब्जा है. फडनवीस ने इस बैठक में इस उस फार्मूले पर भी चर्चा की जिसके मुताबिक, बीजेपी 162 सीटें अपने पास रखेगी और शिवसेना को 126 सीट देने की बात थी और कुछ सीटें अन्य सहयोगियों को. इस फॉर्मूला की मानें तो बीजेपी अन्य सहयोगियों को महज 8 सीटें ही दे सकती है और कुछ के कैंडिडेट को बीजेपी के टिकट पर उतारा जा सकता है.
भारतीय जनता पार्टी को ऐसा लगता है कि वह अपने दम पर 288 सदस्यीय सदन में स्पष्ट बहुमत तक पहुंच सकती है. इसलिए वह चाहती है कि अधिक से अधिक सीटों पर बीजेपी चुनाव लड़े. अंतिम दौर के बैठक के बाद यह तय हुआ कि बीजेपी शिवेसना को 120 सीट ही देगी. मगर बताया जा रहा है कि शिवसेना 126 सीट से नीचे पर नहीं मान रही है, वहीं बीजेपी उसे 120 सीटे से अधिक नहीं देना चाह रही है. बीजेपी और शिवसेना में करीब 8 से 10 सीटों को लेकर पंच फंसा हुआ है.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को मतदान होगा और मतगणना 24 अक्टूबर को होगी. नॉमिनेशन भरने की आखिरी तारीख 4 अक्टूबर को होगी और नामांकन वापस लेने की तारीख 7 अक्टूबर को होगी. महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को खत्म हो रहा है.