समाहरणालय अंतर्गत कार्यरत कार्यालय प्रधान लिपिकों की हुई बैठक
मेदिनीनगर:- पलामू समाहरणालय अंतर्गत कार्यरत कार्यालय प्रधान लिपिकों की बैठक आज समाहरणालय के ब्लॉक-ए के द्वितीय तल स्थित सभागार में हुई. बैठक में उपायुक्त शशि रंजन ने कार्यालय पंजी-संचिकाओं का ठीक से संधारण-संग्रहण एवं उसके रखरखाव का निर्देश दिया. साथ ही सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालय के केस से संबंधित मामलों का प्रति शपथ पत्र तैयार करने एवं विधानसभा के प्रश्नों का उत्तर प्राथमिकता के आधार पर तैयार करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि कई कार्य ऐसे होते हैं, जिसे तत्काल निष्पादित करना होना होता है. ऐसे कार्यो में विलंब नहीं होनी चाहिए. प्राथमिकता के तहत कार्य करने से बेहतर होता है. उन्होंने कहा कि सूचना अधिकार के मामलों को ठीक से देखें और निर्धारित समयसीमा में उसका जवाब देना सुनिश्चित करें. उपायुक्त ने कहा कि किसी भी सेवानिवृत्त कर्मचारी-कर्मियों के पेंशन एवं सेवानिवृत्ति लाभ से संबंधित मामलों का निष्पादन करते हुए उन्हें त्वरित लाभ देना सुनिश्चित करें. उपायुक्त ने प्रधान लिपिको का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि वे सभी अनुभव के अनुसार कार्य कर रहे हैं. इसमें और बेहतर करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि किसी के बारे में कोई शिकायत नहीं मिलनी चाहिए
बैठक में सामान्य रोकड़ पंजी की अद्यतन स्थिति, वित्तीय वर्ष 2020-21 में प्राप्त आवंटन एवं व्यय की स्थिति, एचआरएमएस का अघ्तीकरण एवं लंबित मामलों की समीक्षा की गई. साथ ही कर्मचारी पदाधिकारी के विरुद्ध आरोप गठन से संबंधित लंबित मामले, कर्मियों के विरुद्ध चल रही विभागीय कार्यवाही से संबंधित लंबित मामले, सेवानिवृत्त कर्मियों के पेंशन एवं सेवानिवृत्ति लाभ से संबंधित मामले, उग्रवादी एवं सामान्य अनुकंपा से संबंधित मामले, सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालय में दायर याचिका- अवमाननावाद- एसएलपी में प्रति शपथ पत्र दायर करने के मामले, सूचना अधिकार से संबंधित मामले, सेवा के अधिकार के मामले, कार्यरत कर्मियों की सेवा पुस्त पंजी का संधारण, ऑडिट रिपोर्ट से संबंधित मामले, मानवाधिकार आयोग लोकायुक्त से संबंधित मामले, सरकार-जिला स्तर से भेजे गए विभागीय पत्र, जनता से प्राप्त शिकायत पत्र का माहवार प्रतिवेदन को लेकर विस्तार से चर्चा एवं समीक्षा की गई.
बैठक में उपायुक्त के अलावा अपर समाहर्ता सुरजीत कुमार सिंह, वरीय कार्यालय अधीक्षक अरविंद कुमार सिंह एवं समाहरणालय अंतर्गत सभी शाखाओं के प्रधान लिपिक एवं नाजिर उपस्थित थे.