प्रयागराज: मण्डलायुक्त आर0 रमेश कुमार बुधवार को विकास भवन पहुुंचकर विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण में उन्होंने दिव्यांगजन सशक्तीकरण कार्यालय, प्रशासनिक अधिकारी कार्यालय, हेल्प डेस्क, पत्र प्रेषण कार्यालय, जिला पंचायतराज अधिकारी कार्यालय सहित अन्य कार्यालयों का निरीक्षण किया. मण्डलायुक्त ने पटल सहायकों को पत्रावलियों को व्यवस्थित ढंग से रखने तथा कार्यालय में नियमित रूप से साफ-सफाई की व्यवस्था बनाये रखने का निर्देश दिया है.
पत्र प्रेषण कार्यालय में पहुंचकर उन्होंने डिस्पैच रजिस्टर एवं शिकायती रजिस्टर को देखा तथा पटल सहायकों को पत्रों के आने एवं सम्बंधित कार्यालयों को प्रेषित किये जाने की तिथि का अनिवार्य रूप से उल्लेख करने का निर्देश दिया है. उन्होंने शिकायती रजिस्टर में शिकायती प्रार्थनापत्रों के प्राप्त होने एवं सम्बंधित कार्यालयों को भेजन जाने तथा शिकायतों के निस्तारण की टिप्पणी को अनिवार्य रूप से रजिस्टर में उल्लिखित किये जाने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि जो भी पत्र आयें तत्काल उनको सम्बंधित कार्यालय तक प्रेषित कर दिया जाये, जिससे कि समय से उनका निस्तारण हो सके. दिव्यांगजन सशक्तीकरण कार्यालय में उन्होंने सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के लिए संचालित योजनाओं एवं उनके क्रियान्वयन की प्रगति के सम्बंध में जानकारी प्राप्त करते हुए पारदर्शिता के साथ पात्रों को लाभान्वित कराये जाने का निर्देश दिया है.
मण्डलायुक्त ने मुख्य विकास अधिकारी के कार्यालय कक्ष में विभिन्न विभागों की योजनाओं की समीक्षा की. उन्होंने पंचायतराज विभाग की योजनाओं की समीक्षा करते हुए बन रहे पंचायत भवनों के प्रगति के बारे में जिला पंचायतराज अधिकारी से जानकारी ली. उन्होंने कहा कि पंचायतराज भवनों का निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ समय से पूर्ण कर लिया जाये. यह भी कहा कि जिन ग्राम पंचायतों में अभी तक जमीन की उपलब्धता नहीं हो पायी है, सम्बंधित तहसील के उपजिलाधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए जमीन की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए तत्काल पंचायत भवन का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाये. मण्डलायुक्त ने मुख्य विकास अधिकारी को बन रहे पंचायत भवनों की गुणवत्ता की जांच खण्ड विकास अधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम गठित कर कराये जाने का निर्देश दिया है.