जगदम्बा प्रसाद शुक्ल,
प्रयागराज: गांधी जयंती के अवसर पर मण्डलायुक्त आर0 रमेश कुमार आयुक्त कार्यालय परिसर में तथा जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी ने कलेक्ट्रेट परिसर में ध्वजारोहण किया तथा गांधी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया.
ध्वजारोहण के बाद मण्डलायुक्त गांधी सभागार में महात्मा गांधी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया तथा उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम सभी गांधी जी के सिद्धांतों एवं विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करें. कहा कि गांधी जी ने सत्य एवं अहिंसा के बल पर देश को आजादी दिलायी. उन्होंने कहा कि गांधी जी में नेतृत्व की अद्भुत क्षमता थी. मण्डलयुक्त ने कहा कि गांधी जी का व्यक्तित्व, उनके आदर्श एवं सिद्धांत आज भी प्रासंगिक है. सादा जीवन उच्च विचार उनका सिद्धांत रहा है. समाज के हर व्यक्ति के विकास के लिए उनका प्रयास रहा. उन्होंने कहा कि गांधी जी की सोच थी कि विकास नीचे से होना चाहिए. उन्होंने गा्रम स्वराज की संकल्पना की थी. मण्डलायुक्त ने कहा कि हम सभी गांधी जी के सिद्धांतों एवं विचारों का अनुसरण करते हुए अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक एवं ईमानदारी से निर्वहन करते हुए समाज के गरीब असहाय एवं निर्बल लोगों की मदद करें तथा देश को मजबूत बनाने तथा विकास की ऊचाईयों तक ले जाने में अपना योगदान प्रदान करें. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को पारदर्शी ढंग से क्रियान्वित करते हुए पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करायें.
इस अवसर पर अपर आयुक्त भगवान शरण ने कहा कि गांधी जी वसुधैव कुटुम्बकम पर विश्वास रखते थे. उनका सिद्धांत था कि किसी के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए. सबकी आत्मा एक है. धर्म, जाति, क्षेत्रवाद की भावना से ऊपर उठ कर राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता को मजबूत बनाने में सभी लोग अपना योगदान प्रदान करें, गांधी जी का यही विचार था. इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री के जीवन चरित्र पर भी प्रकाश डाला गया. इस अवसर पर उपस्थित अन्य लोगों के द्वारा भी गांधी जी के जीवन दर्शन पर अपने विचार व्यक्त किए गए.