रांची: कोरोना वायरस के खतरे से बचने के लिए लॉकडाउन के तीसरे दिन बुधवार को राजधानी रांची में सुबह में दुकानों और सब्जी बाजारों में भीड़ लगी. खरीदारी के लिए पहुंचे लोगों ने एक सप्ताह के लिए सब्जियां खरीद ली.
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दुकानों ने भी इस दौरान जमकर मनमानी कीमत वसूले 20 -22 रुपए किलो बिकने वाला प्याज 40 रुपये किलो बिका. आलू 18 से 25 रुपये किलो तक बिका. पुलिस प्रशासन की डर की वजह से सुबह 9 बजते ही बाजार खाली होने लगे. हर जगह पुलिस की तैनाती की गई है. इसका असर यह हुआ कि सड़के सुनसान हो गई है. कुछ वाहन सवार बेवजह आवाजाही करने का प्रयास कर रहे थे, जिसे पुलिसकर्मियों ने सख्ती से वापस घर भेज दिया.
कई लोग गैस सिलिंडर लेकर सड़क पर घूमते नजर आएं. ट्रैफिक पुलिस को निर्देश दिया गया है कि बिना हेलमेट वाले का अविलंब चालान काटा जाए, ताकि बिना जरूरी काम सड़क पर घूमने वालों की संख्या में कमी आ सके. आम दिनों में जाम से जूझने वाला कांटा टोली, रातू रोड, सहित सभी चौक पूरी तरह से वीरान है.
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यहां तैनात ट्रैफिक पुलिस के जवानों ने वाहन सवारों को जबरन घर भेजा. उन्हें दो टूक कहा कि आगे गाड़ी ले गए तो जुर्माना देना पड़ेगा. इसके बाद जो लोग वाहन से निकले थे. वह अपने घर की ओर लौटे. पूरे शहर में प्रशासन द्वारा प्रचार-प्रसार किया जा रहा है कि अनावश्यक घर से ना निकले. अगर किसी को घर से निकलना जरूरी है तो ही निकले.
एसएसपी अनीश गुप्ता ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए कही गई लक्ष्मण रेखा की बात पर राजधानी रांची के कई दुकानदारों ने अमल करना शुरू कर दिया है. उन्होंने अपनी दुकानों के बाहर एक से डेढ़ मीटर की दूरी पर चुने से गोल घेरा बना दिया है, ताकि ग्राहक इसी के अंदर रहकर दवा की खरीदारी करें.
एसएसपी ने सभी दुकानदारों को ऐसा करने के लिए निवेदन किया है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं. इस दुकानदार की पहल लोगों के लिए एक नजीर पेश करेगी.