साहेबगंज: बीते दिनों भाजपा पार्टी की तरफ से 52 सीटों पर अपना उम्मीदवार के नाम का लिस्ट जारी किया गया जिसमें राजमहल लोकसभा में पडऩे वाले पाकुड़ विधानसभा के उम्मीदवार का नाम जारी नहीं करने के कई मायने निकाले जा रहे हैं. यह बात लोगों के बीच चर्चा का बिषय बना हुआ है कि आखिर किस दबाव में भाजपा पार्टी अपने उम्मीदवार का नाम पाकुड़ विधानसभा से अभी तक नहीं किया है. क्या गठबंधन के तहत भाजपा को पाकुड़ विधानसभा से अपने उम्मीदवार की बलि चढ़ानी पड़ेगी? जो कार्यकर्ता बर्षों से जी-जान लगाकर भाजपा पार्टी को पाकुड़ विधानसभा में मजबूत करने का काम किया, क्या उन्हें गठबंधन के तहत दुसरे पार्टी के उम्मीदवार का काम करना होगा? ये बातें लोगों के समझ से परे है.