प्रोवेस इंटरनेशनल से राजेश झा के अपने मामा ने 3 करोड़ से ज्यादा रुपए लेकर राजेश झा के एकाउंट में किये थे ट्रांसफर
दो मामा, पत्नी और बेटा के नाम पर हैं कई कंपनियों में हिस्सेदारी
रांचीः अडाणी के एमडी राजेश झा का 9 कम्पनियों में हिस्सेदारी की बात सामने आ रही है. बताते चलें कि MD राजेश झा की पत्नी उषा रानी झा पिछले दो से तीन साल में 4 कंपनियों को छोड़ भी चुकी है. बताया जा रहा है कि अप्रत्यक्ष रूप से लगभग सभी कम्पनियों में अडाणी के MD राजेश झा का ही निवेश किया हुआ है. गौर करने वाली बात यह है कि सभी 9 कंपनियों के अलावा छोड़ी गई चार कंपनियां में MD राजेश झा के दो मामा(1. रविन्द्र कुमार झा उर्फ नट्टू झा और 2. मनोज कुमार झा), उषा रानी झा और अभिनव झा डायरेक्टर हैं.
इन नौ कंपनियों में मुख्य रूप से राजेश झा के सम्बन्धी डायरेक्टर है
उषा रानी झा (राजेश झा की पत्नी )
रविंद्र झा (राजेश झा के अपने बड़े मामा )
अभिनव झा (राजेश झा का पुत्र )
मनोज कुमार झा (राजेश झा के छोटे मामा )
- M.P. Mining and Energy Limited
- Tatanagar Enterprises Private Limited
- Elina Energy Solution Private Limited
- Taranagar Injection Technologies Private Limited
- Swasti Infra Developers Private Limited
- Culture Colab Private Limited
- Colab Grassrouts Foundation
- Makers Colab LLP
- Powertek Mechatronics LLP
कम्पनी जिसे उषा रानी झा ने छोड़ दिय
- Prowess International Private Limited
- Prowess International Engineering and Consultant
- Ranchi Metal and Ispat Private Limited
- Prowess Reality and Infra Private Limited
क्या है मामला
सबसे पहले किसी निवेशक के साथ मिलकर एक कंपनी रजिस्टर की जाती है जिसमें अपने परिवार के किसी सदस्य को Dummy Director बना दिया जाता है. जिसमें डमी का 25 से 33 परसेंट तक हिस्सेदारी रखी जाती है. इसके बाद इंतजार किया जाता है कंपनी के ग्रोथ करने का या फिर कंपनी में ज्यादा इन्वेस्टमेंट होने का. जिस निवेशक के साथ मिलकर कंपनी शुरू की जाती है उसे सपना दिखा कर बहला फुसलाकर इन्वेस्ट करवा दिया जाता है. अब अगर कंपनी अच्छा ग्रोथ ककर लेती है या फिर कंपनी में अच्छा खासा इन्वेस्टमेंट हो जाता है उसके बाद शुरू होता है डमी डायरेक्टर का रोल. डमी डायरेक्टर कहता है मुझे अब इस कंपनी में नहीं रहना है और इसके बाद विवाद को बढ़ावा दिया जाता है. विवाद बढ़ जाने के बाद कंपनी के मूल फिनांसर पर इतना दबाव बना दिया जाता है की परेशान होकर डमी डायरेक्टर, कंपनी के वर्तमान वैल्यू का 25 से 33 परसेंट शेयरिंग दवाव बनाकर वसूल लेता है.
प्रोवेस इंटरनेशनल के HR मृत्युंजय कुमार के अनुसार ऐसा ही कुछ उनके कंपनी के साथ हुआ. उन्होंने बताया की उनपर दबाव बनाकर राजेश झा के मामा मनोज झा ने प्रोवेंस इंटरनेशनल से पैसे अपने अकाउंट में लिए और उसी एमाउंट में से बिलकुल टैक्स अमाउंट काटकर सभी पैसे को राजेश झा के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया. राजेश झा ने अपनी पत्नी उषा रानी झा को प्रोवेस में डमी डायरेक्टर बनाया था. ऐसा ही बाकि और तीन कंपनियों के साथ हुआ. आगे उन्होंने कहा की राजेश झा के सम्बन्धी जिन 9 कंपनियों में हैं और जिन 4 कंपनियों को छोड़ दिया गया है सभी में राजेश झा का ही इन्वेस्टमेंट है.