दिल्ली: दिल्ली में बेकाबू होते कोरोना के मामलों के चलते लॉकडाउन फिर से लौटने की संभावनाओं को लेकर जारी असमंजस की स्थिति दिल्ली सरकार ने अब खत्म कर दी है. उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को कहा कि दिल्ली सरकार का फिर से लॉकडाउन लागू करने का कोई इरादा नहीं है क्योंकि सरकार का मानना है कि यह COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में यह कोई समाधान नहीं है.
कोरोना वायरस मामलों की संख्या में वृद्धि और इसके कारण होने वाली मौतों की संख्या के चलते राजधानी में लॉकडाउन के फिर से लौटने की अटकलों के मद्देनजर सरकार की ओर से यह बात कही गई है.
दिल्ली में फिलहाल COVID-19 मामलों की कुल संख्या 4,95,598 है, जिनमें 42,004 एक्टिव मामले. दिल्ली में अबत तक 4,45,782 ठीक हो चुके हैं और 7,812 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी हैं.
मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली सरकार का लॉकडाउन लगाने का कोई इरादा नहीं है. हमारा मानना है कि लॉकडाउन COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में कोई समाधान नहीं है. समाधान बेहतर अस्पताल प्रबंधन और बेहतर चिकित्सा प्रणाली है. दिल्ली सरकार ने चिकित्सा प्रणाली को अच्छी तरह से प्रबंधित किया है और भविष्य में भी वह इसे और बेहतर करेगी.
सिसोदिया ने कहा कि लॉकडाउन नहीं लगेगा, लेकिन जरूरत पड़ने पर कुछ बाजारों में प्रतिबंध बढ़ा दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि मैं दुकानदारों को आश्वस्त करना चाहता हूं, उन्हें डरने की जरूरत नहीं है. हमारा लॉकडाउन लगाने का इरादा नहीं है. हम चाहते हैं कि आपकी दुकानें खुली रहें, अगर जरूरत हुई तो कुछ बाजारों में प्रतिबंध बढ़ जाएंगे. हम केंद्र सरकार से भी यही अनुरोध करेंगे, लेकिन यह किसी भी तरह से लॉकडाउन नहीं होगा.
इससे पहले दिन में, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी यह स्पष्ट किया था कि राजधानी में कोई लॉकडाउन नहीं होगा, लेकिन कहा कि कुछ व्यस्तम स्थानों पर स्थानीय प्रतिबंध बढ़ाए जा सकते हैं.