अमन राज,
गो़ड्डा: सोमवार को जलसहिया संघ की बैठक में शिरकत कर रही महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह को गांधीग्राम के जनजातीय उच्च विद्यालय के सदस्यों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.
जनजातियों उच्च विद्यालय गांधीग्राम में पहुंची महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह को विद्यालय परिवार के द्वारा शाल ओढ़ाकर सम्मानित कर अभिनंदन पत्र भी दिया गया.
पुनः विद्यालय की मान्यता दिलाने से संबंधित मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि पूर्ववर्ती रघुवर दास जी की सरकार ने वर्ष 2017-18 में संथाल परगना के जिन-जिन वितरहित विद्यालयों के आगे जनजातीय आदिवासी हरिजन नाम को देखा वैसे सभी विद्यालयों की बिना स्थल निरीक्षण किए मान्यता समाप्त कर दी. उसी सूची में जनजाति उच्च विद्यालय गांधीग्राम का भी नाम शामिल है.
जनजातिय उच्च विद्यालय की स्थापना 1985 में दिसोम गुरु शिबू सोरेन के द्वारा किया गया था. 1990 में विद्यालय को सरकारी मान्यता भी दी गई थी. बंद होने से पूर्व प्रतिवर्ष 500 से 600 जनजाति छात्र-छात्रा अध्यनरत थे. परंतु सरकारी आदेश अनुसार झारखंड अधिविध परिषद रांची के द्वारा उक्त विद्यालय को नामांकन पर रोक लगाने सह पंजीयन व परीक्षा प्रपत्र भरने से रोक लगाने के कारण इलाके के हजारों छात्र-छात्राओं को माध्यमिक शिक्षा से वंचित रहना पड़ रहा है.
बताया गया कि वर्ष 2005 से 2017 तक अनुदान की राशि दी जाती रही. ऐसे में उपरोक्त बिंदुओं पर ध्यान देते हुए स्थल निरीक्षण करा कर स्कूल की मान्यता देने की मांग भी की गई.
मौके पर विद्यालय के अध्यक्ष मु्नीलाल मरांडी, सचिव डाॅ कयूम अंसारी, प्रधानाध्यापक मनोज कुमार, प्रोफेसर डॉक्टर प्रदीप प्रभात, सहायक शिक्षक बिंदु कुमारी, शत्रुघ्न साह, राजेंद्र प्रसाद यादव, मनोहर यादव उज्जवल पांडेय, आदेशपाल गणेश मुर्मू, सच्चिदानंद मंडल, जितेंद्र गंधर्व, नकुल हेंब्रम, परमेश्वर मुर्मु, मनोज कुमार आदि मौजूद थे.