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शहादत संघर्ष की प्रेरणा देती है: सुकर
हजारीबाग(बरकट्ठा): एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले प्रखंड के पारा शिक्षकों ने शहीद मुनेश्वर सिंह को याद किया व श्रद्धांजलि अर्पित कर शोकसभा का आयोजन किया.
यह कार्यक्रम मुख्यालय स्थित के मध्य विद्यालय बरकट्ठा के प्रांगण में आयोजित हुई. जहां आंदोलन के प्रेणता शहीद मुनेश्वर सिंह की तश्वीर पर दर्ज़नों पारा शिक्षकों ने बारी बारी से पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए सामूहिक रूप से दो मिनट का मौन धारण किया गया.
इस बावत मीडिया प्रभारी राजेश शर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि प्रखंड सचिव सुकर ठाकुर के नेतृत्व में दर्ज़नों पारा शिक्षक प्रखंड मुख्यालय परिसर में इक्कट्ठा हुए. जहां एक साथ सभी मध्य विद्यालय बरकट्ठा पहुंचे व शहीद मुनेश्वर सिंह के शहादत दिवस कार्यक्रम शामिल हुए.
बताते चलें कि पारा शिक्षक अपनी मांगों को लेकर आंदोलन के क्रम में वर्ष 2007 में पुलिस की लाठियों के प्रहार से कोलेबिरा के कोम्बाकेरा निवासी पारा शिक्षक मुनेश्वर सिंह शहीद हुए.
मुनेश्वर सिंह ने पारा शिक्षकों के हितार्थ अपनी जान की कुर्बानी दी. उन्हीं की याद में हर साल 22 अगस्त को पारा शिक्षक शहादत दिवस के रूप में मनाते है.इस अवसर पर कई वक्ताओं ने संबोधित किया.
शिक्षक सुकर ठाकुर ने कहा कि शहादत हमे संघर्ष करने की प्रेरणा देती है.वहीं पुरुषोत्तम पांडेय ने कहा कि शहीद मुनेश्वर की शहादत कभी बेकार नही जाएगी. वेतनमान व स्थायीकरण तक पारा शिक्षकों का संघर्ष जारी रहेगा.
मौके पर लीलाधारी प्रसाद,मुकेश पांडेय, इंद्र साव, सहदेव नायक, भीखन प्रजापति, राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, अरुण कुमार मंडल, सुभान अली, रामलखन प्रसाद, राघवेन्द्र लाल, मनोज चौधरी, भगीरथ ठाकुर के अलावे पारा शिक्षक से बने सरकारी शिक्षक शंकर प्रसाद व अन्य शामिल थे.