रांची: पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने शनिवार संध्या राँची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट में अंडमान से हवाई जहाज से लौटने वाले प्रवासी मजदूरों का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया. इस मौके पर उन्होंने प्रवासी मजदूरों से बातचीत कर उनका हालचाल भी जाना तथा सभी प्रवासी श्रमिकों को भोजन के पैकेट तथा पानी का बोतल दिया गया. उन्होंने कहा कि हवाई जहाज से प्रवासी मजदूरों को विधिवत तरीके से लाने का सिलसिला हेमंत सरकार में शुरू हो चुका है. अब अन्य स्थानों में फंसे हुए प्रवासी मजदूरों को भी हवाई मार्ग से झारखंड लाने की व्यवस्था की जा रही है. पेयजल मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा कि वैसे दुर्गम इलाकों जहां ट्रेन या अन्य परिवहन साधनों के विकल्प नहीं है, वहां से प्रवासी मजदूरों को हवाई जहाज से वापस झारखंड लाया जाएगा. इस सिलसिले में राज्य के अधिकारी केंद्र सरकार के साथ समन्यव बनाकर कार्य कर रहे हैं. माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंत्री मिथिलेष कुमार ठाकुर को अंडमान से हवाई जहाज से झारखंड लौट रहे प्रवासी श्रमिकों के स्वागत करने के लिये अपना प्रतिनिधि बनाया है.
मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा कि हवाई मार्ग से मजदूरों को वापस लाने की शुरूवात सबसे पहले झारखंड ने ही की थी. मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रवासी मजदूरों को अपनेे राज्य वापस लाने के लिए कटिबद्ध है. प्रवासी मजदूरों को हवाई जहाज से वापस लाने के लिए हेमंत सरकार लगातार प्रयासरत थी. इस सिलसिले में केंद्रीय गृह मंत्रालय को अनुमति देने के लिए कई बार पत्र भी लिखा गया था. मंत्री ने हर्ष व्यक्त करते हुये कहा कि झारखंड में प्रवासी मजदूरों को हवाई जहाज से वापस लाने का सिलसिला शुरू हो चुका है. इसी क्रम में आज अंडमान से पाकुड, देवघर, सिमडेगा सहित राज्य के विभिन्न जिलों के 180 प्रवासी श्रमिकों का जत्था लेकर विमान रांची पहुंचा. मंत्री ने यह भी बताया कि झारखंड देश का ऐसा पहला राज्य है जिसने सबसे पहले हवाई जहाज से मजदूरों को वापस लाने की मांग केंद्र सरकार से की थी.
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रवासी मजदूरों को सकुशल और सुरक्षित लाने का सिलसिला तब तक जारी रखेगी जब तक एक-एक झारखंडी वापस नहीं आ जाते. अब तक झारखंड में विशेष ट्रेनों और बसों के माध्यम से लगभग 5 लाख मजदूरों को वापस लाया जा चुका है. इसके अलावा अपने राज्य वापस आने के इच्छुक सभी प्रवासी मजदूरों को हर हाल में जल्द से जल्द वापस लाया जायेगा. मंत्री ने बताया कि उन राज्यों की सरकार से हमारी सरकार लगातार संपर्क बनाये हुए हैं जहां झारखंड के हमारे प्रवासी मजदूर एवं छात्र फंसे हुए हैं। उन सभी राज्यों से झारखंड सरकार के द्वारा आग्रह किया गया है कि वे झारखंड के मजदूरों एवं छात्रों को सकुशल वापस भेजने में झारखंड सरकार को सहयोग करें.
अपने राज्य लौटे प्रवासी मजदूरों तथा छात्रों को खुषी का ठिकाना नहीं था। प्रवासी श्रमिकों ने कहा कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा कि वे लोग अपने घर लौट आये हैं. प्रवासी श्रमिकों ने कहा कि झारखंड सरकार ने उन्हें लाने के लिये हवाई जहाज भेजा यह एक अविस्मरणीय क्षण है. हवाईअडडे पर भोजन और पानी मिलने से सभी प्रवासी मजदूर भाव-विभोर हो गये.