मेदिनीनगर:- झारखंड के वित्त सह खाद्य आपूर्ति मंत्री सह प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने सोमवार को पलामू जिला कांग्रेस कार्यालय को नये रूप में संगठन को सौंपा. जर्जर कांग्रेस भवन का जीर्णोद्धार के बाद डॉ. उरांव कार्यालय परिसर पहुंचे और उदघाटन करने के साथ इसी परिसर में पलामू जिला कांग्रेस के अद्वितीय अध्यक्ष स्व. जगनारायण पाठक की प्रतिमा का भी अनावरण किया.
पार्टी के प्रदेश डेलीगेट लक्ष्मी नारायण तिवारी की पहल पर कांग्रेस भवन में आये बदलाव से प्रसन्नचित डॉ. उरांव ने कांग्रेस भवन के शेष कामों के लिए श्री तिवारी को एक लाख रुपये नकद राशि भी उपलब्ध कराया और बाउंड्री, चार कमरे की छत का पुनः निर्माण कराने का भी निर्देश दिया. साथ ही और सहयोग करने का भी भरोसा दिया. उदघाटन और लोकार्पण के मौके पर आयोजित सभा में श्री उरांव ने कहा कि पलामू के तत्कालीन विधायक भुवनेश्वर चौबे के समय कांग्रेस भवन का निर्माण शुरू हुआ था परंतु सीमेंट नहीं लग सका था और सीमेंटेड कांग्रेस भवन को देखकर मन काफी प्रफुल्लित है. उन्होंने बताया कि किशोरावस्था में ब्राह्मण हाईस्कूल में पढ़ने के दौरान से ही वे कांग्रेस भवन में आने-जाने लगे थे. उन्होंने कहा कि पलामू में तीन विशुद्ध कांग्रेसी थे पहला स्व. जगनारायण पाठक, दूसरा नर्वदेश्वर सिंह और तीसरा रामवृक्ष पांडेय, तीनों कार्यकर्ताओं का काम कराने और संगठन को मजबूत करने में हमेशा लगे रहते थे. आज भी संगठन को मजबूत बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को गांव और टोले में जाने जरूरत है. केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशन में कार्यकर्ताओं ने कोरोना काल में बेहतर काम किया है. वहीं कार्यक्रम के सूत्रधार लक्ष्मी नारायण तिवारी ने राष्ट्रकवि दिनकर की पंक्तियां-खम ठोक ठेलता है जब नर… का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस संगठन को मजबूत होने से कोई नहीं रोक सकता, पलामू में आने वाला समय कांग्रेस का ही होगा. जिलाध्यक्ष बिट्टू पाठक की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में वरीय कांग्रेसी दीनानाथ तिवारी, पूर्व विधायक बिट्टू सिंह, कोर्डिनेटर भीम कुमार,रुद्र शुक्ला, प्रोफेशनल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विनोद तिवारी, रामाशीष पांडेय आदि ने संबोधित किया. प्रदेश सचिव कैसर जावेद के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में विजय चौबे, अमृत शुक्ला, सुरेन्द्र तिवारी, अरविंद तुफानी, सज्जाद खान, अमरेश पांडेय, कृष्ण मणि दुबे, श्यामनारायण सिंह, मिथिलेश सिंह, सत्यानंद दुबे, कामेश्वर तिवारी, विमला कुमारी, रूद्र शुक्ला आदि मौजूद थे.