शशि भूषण दूबे कंचनीय,
लखनऊ: प्रयागराज, पूर्व सांसद अतीक अहमद, उनके भाई पूर्व विधायक अशरफ और पूर्व ब्लाक प्रमुख चाका दिलीप मिश्र के बाद अब विधायक विजय मिश्रा की बारी है. सफेदपोश माफियाओं के खिलाफ चल रही कार्रवाई के तहत ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्रा के खिलाफ भी पुलिस व प्रशासन की सख्ती दिखने लगी है. कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर जानलेवा हमले की साजिश रचने के मुख्य आरोपी विधायक विजय मिश्रा की अवैध बेनामी संपत्तियों के बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है.
विधायक विजय मिश्रा की अवैध व बेनामी संपत्तियों को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क किया जाएगा. पुलिस ने माफिया व पूर्व सांसद अतीक अहमद, पूर्व विधायक अशरफ, पूर्व ब्लाक प्रमुख चाका दिलीप मिश्रा की बेनामी संपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई की है. अतीक अहम की लगभग 60 करोड़ की संपत्ति अब तक कुर्क की जा चुकी है.
विधायक विजय मिश्रा के खिलाफ कुछ दिनों पहले ही भदोही के गोपीगंज थाने में कृष्ण मोहन तिवारी ने आवास पर कब्जा करना, जान से मारने की धमकी देना समेत संगीन आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद विजय मिश्रा को एमपी में गिरफ्तार किया गया. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक विजय मिश्रा के खिलाफ कुल 73 मुकदमे दर्ज हैं.
भदोही ज्ञानपुर के विधायक का प्रयागराज से पुराना कनेक्शन है. इनका परिवार शहर में रहता है. 2010 में मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर हुए आरडीएक्स हमले में विजय मिश्रा को ही मुख्य आरोपी बनाया गया था. ढाई लाख के इनामी विजय मिश्रा को लखनऊ एसटीएफ ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था. आई जी केपी सिंह ने बताया कि माफियाओं के खिलाफ चल रही कार्रवाई के तहत विजय मिश्रा की अवैध संम्पतियों के बारे में भी सुराग लगाया जा रहा है. जल्द ही बेनामी संपत्ति गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क की जाएगी.