लाखों मास्क, स्कूल ड्रेस, स्वेटर बनाकर सड़कों पर काउंटर लगाकर बेचकर कमाया मुनाफा
गोड्डा: झारखंड में गोड्डा जिले के 118 सेल्फ हेल्प ग्रुप (एसएचजी) की 17 सौ से अधिक महिलाओं ने आत्मनिर्भर भारत अभियान को मूर्तरूप देकर आत्मसम्मान से जीने की राह हमवार की है. कोरोना काल में इन महिलाओं ने लाखों मास्क बनाकर कम से कम मूल्य में सड़कों पर काउंटर लगाकर बेचे, जिससे कोरोना से जंग में मदद मिली तथा आधी आबादी के सशक्तीकरण का मार्ग प्रशस्त हुआ.
17सौ से अधिक महिलाएं फूलो झानो सक्षम आजीविका सखी मंडल के अंतर्गत 4 सेंटरों पर मास्क, स्कूली ड्रेस, स्कूली स्वेटर बनाकर पूरे राज्य में एक उदाहरण बन गई है. कोरोना काल में इन महिलाओं ने लाखों मास्क बनाकर कम से कम मूल्य में सड़कों पर काउंटर लगाकर बेचे, जिससे कोरोना को शिकस्त देने में मदद मिली तथा महिलाओं का सशक्तीकरण हुआ.
इतना ही नहीं फूलों जानो सक्षम आजीविका सखी मंडल पूरे गोड्डा जिले के सरकारी स्कूलों में शत-प्रतिशत स्कूली ड्रेस और स्वेटर सप्लाई भी कर रहा है.अभी इस संस्था से हजारों महिलाएं 7000 रूपए से 12000 रूपए तक कमा रही हैं. आत्मसम्मान से भरी यह महिलाएं आत्मनिर्भर भारत के सपने को धरातल में परिवर्तित करने के लिए उत्साह से लबरेज हैं.
गोड्डा के डीआरडीए के नीति के प्रभारी संतोष कुमार ने कहा कि साल 2018 -19 से ही इन 118 ग्रुप की महिलाओं को सिलाई का ट्रेनिंग देकर आजीविका मिशन के माध्यम से इन्हें एक बड़े एसएचजी ग्रुप से जोड़ा गया, जिसका नाम फूलो झानो सक्षम आजीविका सखी मंडल रखा गया है. लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के प्रमुख उमेश दास ने कहा कि सखी मंडल से जुड़कर ये महिलाएं आत्मनिर्भरता की नजीर बन गयी हैं.
इस समूह की अध्यक्षा निशी झा ने कहा कि फूलों जानो सक्षम आजीविका सखी मंडल, जिले में बड़े सामाजिक और आर्थिक बदलाव का वाहक बना है, जिससे आधी आबादी अब ज्यादा सक्षम और सशक्त नजर आती है.
इसमें कोई संदेह नहीं की सामुहिकता की शक्ति अपार है और अगर इसमें महिला शक्ति का मिश्रण हो जाए तो और क्या कहने. गोड्डा जिला की महिलाओं ने फूलों जानो सक्षम आजीविका सखी मंडल के मंच से सफलता का जो परचम लहराया है, उससे निश्चित रूप से अन्य महिलाओं को प्रेरणा मिलेगी.