गोड्डा(पथरगामा): पुरुषों को चाहिए कि वह जिम्मेवारी पूर्वक पति धर्म का पालन करें. छोटी-छोटी बातों पर अपनी पत्नी से नहीं लड़ना चाहिए. हमारी मां बहनों को भी चाहिए कि वह पति धर्म का पालन करें. दाढ़ीघाट सुंदर नदी के किनारे चल रहे दो दिवसीय संतमत सत्संग के समापन के मौके पर उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए साध्वी सावित्री ने कही.
उन्होंने कहा कि मां से बढ़कर कोई नहीं होता. माता धारणी जननी और पोषणकर्तृ होती है. स्त्रियों का सम्मान करने से पुरुषों में नैतिकता के साथ-साथ राष्ट्र का उत्थान भी होता है. हमारी सरकार भी इस पर प्रयास कर रही है.
सरकार के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि समाज को नई दिशा मिल सके. उन्होंने सत्संग की महिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शराबी और अत्याचारी पति को भी सत्संग के माध्यम से सुधार लाने का प्रयास करें. निश्चित तौर पर अच्छा परिणाम मिलेगा.
उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत का सही अनुपालन होने से भारत को विश्व गुरु बनने से कोई रोक नहीं सकता.
मौके पर आयोजन समिति के राधेश्याम कुंवर,गोपाल कुंवर, मनोज साह, प्रकाश साह, डॉ प्रमोद कुंवर, बटेश्वर साह, वासुदेव सिंह, ललन कुंवर, फौदी सिंह सहित सैकड़ों स्त्री-पुरुष श्रोता मौजूद थे.