चंडीगढ़: एक महिला ने अपने ढाई साल के बच्चे के मुंह में दस्ताना ठूंस कर उसे बेड के बॉक्स में बंद कर दिया और कमरे की कुंडी लगाकर फरार हो गई. दरअसल पति से अनबन के चलते उस कलयुगी मां ने घटना को अंजाम दिया. घर में कोई और नहीं था. ऐसे में बच्चे ने बॉक्स के अंदर तड़प-तड़प कर तोड़ दिया. मासूम दिव्यांशू (ढाई साल) करीब 24 घंटे तक बेड के अंदर ही बंद था, जिससे उसकी दम घुटने से मौत हो गई. बच्चे के पिता को भी पता ही नहीं था कि उसका बेटा उसी बेड के अंदर कैद है, जिस पर वह सो रहा है.
आरोपी मां के बताने पर 24 घंटे बाद दिव्यांशू को बेड से बाहर निकालकर फौरन जीएमसीएच-32 ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सेक्टर-34 थाना पुलिस ने आरोपी महिला रूपा कुमारी (26) के खिलाफ आईपीसी 302 और 34 की धारा के तहत मामला दर्ज उसे गिरफ्तार कर लिया है. मंगलवार को पुलिस आरोपी रूपा को जिला अदालत में पेश कर रिमांड हासिल करेगी.
वारदात बीती रविवार रात 8:30 बजे की है. महिला के पति दशरथ ने बताया कि वह बुड़ैल में पत्नी रूपा और बेटे दिव्यांशू के साथ रहता है. उसकी बुड़ैल में इलेक्ट्रानिक सामनों को ठीक करने की दुकान है और वह सेक्टर-19 स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में बतौर इलेक्ट्रिशियन का काम भी करता है. दशरथ ने बताया कि रोजाना की तरह शनिवार सुबह करीब 9 बजे वह ड्यूटी पर चला गया. उस वक्त घर में सब कुछ ठीक था. रात करीब 7 बजे ड्यूटी खत्म कर जब वह घर पहुंचा तो दरवाजे पर कुंडी लगी थी. उसे लगा कि रूपा बच्चे को लेकर पड़ोसियों के घर गई होगी. इसके बाद वह खुद बुड़ैल स्थित अपनी दुकान पर चला गया, लेकिन रूपा देर रात तक वह वापस नहीं लौटी. इस दौरान उसे तलाशने की भी कोशिश की लेकिन वह कहीं नहीं मिली.
दशरथ ने बताया कि रूपा के पास कोई मोबाइल फोन भी नहीं है. इसके बाद उसे लगा कि रूपा बच्चे को लेकर अपने मायके (बिहार स्थित जमुई के गांव नबडिहा) चली गई है. इस दौरान उसके पास एक अंजान मोबाइल नंबर से रूपा का फोन आया लेकिन उसने दिव्यांशू के बारे में कुछ नहीं बताया. वह अगले दिन यानी रविवार सुबह दोबारा अपने काम पर चला गया. शाम को वहां से वापस लौटने पर उसने मामले की सूचना बुड़ैल चौकी पुलिस को दी. इसके बाद दोबारा रूपा को फोन आया और उसने कहा कि दिव्यांशू बेड के बॉक्स में बंद है. यह सुनकर उसके होश उड़ गए. इसके बाद जैसे ही बेड खोला तो दिव्यांशू का चेहरा दिखाई दिया औ उसके मुंह में दस्ताना ठूंसा हुआ था. साथ ही मुंह से खून बह रहा था.
पुलिस को दिए बयान में दशरथ ने बताया कि उसके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन पर रूपा ने इतना ही कहा कि बाबू मिला, तभी अचानक फोन कट दिया. दोबारा उस नंबर पर फोन किया गया तो फोन उठाने वाले ने गाली गलौच शुरू कर दी.
दशरथ के अनुसार, यह पहला मौका नहीं है जब उसकी पत्नी घर छोड़कर गई हो. दशरथ ने बताया कि रूपा के चंडीगढ़ आने के बाद वह घर का न तो काम करती और न ही बच्चों की देखभाल करती थी. जब भी इस बात को लेकर बहस होती तो उसे शराब पीने का ताना मारती थी. इन्हीं वजह से दोनों के बीच हमेशा अनबन रहती थी. यही वजह होगी कि रूपा ने इतना घिनौना काम किया है. बीते शुक्रवार को रूपा घर से बिन बताए कहीं चली गई, बाद में उसे पुलिस की सहायता से पठानकोट से पकड़ा गया. इससे तंग होकर दशरथ ने रूपा के परिजनों से शिकायत भी की. पुलिस अब जांच में जुटी हुई है.